बालोद(ईएमएस)। जिले की राजनीति में इन दिनों एक नाम तेजी से उभर कर सामने आया है – देवलाल ठाकुर। कट्टर हिंदुत्व और आदिवासी समाज के हितों के प्रखर पैरोकार के रूप में पहचान बना चुके देवलाल ठाकुर अब किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के हालिया बालोद दौरे ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जिले में भाजपा की आगामी रणनीति का केंद्र बिंदु अब देवलाल ठाकुर होंगे। मुख्यमंत्री श्री साय सुशासन तिहार के अंतिम चरण में बालोद पहुंचे थे। इस अवसर पर उन्होंने कृषक हितों पर केंद्रित एक विशेष गोष्ठी में भाग लिया, जिसमें प्रदेश के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, मुख्यमंत्री के सचिव वासव राजू, कलेक्टर बालोद, तथा कांकेर, नारायणपुर और बालोद जिले के जिला पंचायत सीईओ उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में जो दृश्य सबसे अधिक चर्चा में रहा, वह था मुख्यमंत्री द्वारा भाजपा प्रवक्ता एवं डौंडी लोहारा निवासी देवलाल ठाकुर को मंच के पास बुलाकर, उन्हें विशेष महत्व देना। मुख्यमंत्री ने उन्हें न केवल अपने निकट रखा, बल्कि साफ संदेश भी दिया कि बालोद की राजनीतिक धुरी अब आदिवासी नेता देवलाल ठाकुर के इर्द-गिर्द ही घूमेगी। देवलाल ठाकुर की यह बढ़ती राजनीतिक हैसियत केवल पार्टी के भीतर ही नहीं, बल्कि आदिवासी और गैर-आदिवासी समाज दोनों में उनकी स्वीकार्यता और लोकप्रियता की भी देन है। वे लंबे समय से आदिवासी समाज के धर्म, संस्कृति और परंपराओं के रक्षक के रूप में काम कर रहे हैं, खासकर उस दौर में जब क्षेत्र में धर्मांतरण जैसी समस्याएं गंभीर बनी हुई थीं। बीजेपी के भीतर यह चर्चा भी तेज हो गई है कि जैसे नगर पंचायत डौंडी लोहारा में दिवंगत विधायक लाल महेंद्र सिंह टेकाम के पुत्र को अचानक प्रमुखता दी गई थी, उसी तरह अब देवलाल ठाकुर को लेकर भी पार्टी ने मन बना लिया है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के सचिव वासव राजू द्वारा देवलाल ठाकुर की अगवानी और उन्हें मंच पर विशेष स्थान देना इस बात का प्रतीक है कि अब भाजपा की बालोद इकाई में देवलाल ठाकुर ही असली कप्तान हैं। देवलाल ठाकुर की छवि एक युवा सनातनी, हिंदूवादी नेता की है, जो स्पष्ट विचारों और ज़मीनी पकड़ के कारण तेजी से पार्टी नेतृत्व का विश्वास अर्जित कर रहे हैं। उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में भी एक राय बनती दिख रही है। सत्यप्रकाश(ईएमएस)29 मई 2025