क्षेत्रीय
29-May-2025
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वाराणसी(ईएमएस)। देश और दुनिया में आ रहे कोविड -19 के नए मामलों के बीच आईआईटी बीएचयू के वैज्ञानिकों नें एक नया कम्युटेशनल फ्रेमवर्क तैयार किया है।यह संक्रामक रोग के वायरस के दवा प्रतिरोधी (ड्रग रेजिस्टेंट) होने के बारे में पहले से ही खबर कर देगा। संस्थान के स्कूल ऑफ बायो केमिकल इंजीनियरिंग के डॉक्टर आदित्य कुमार पाधी और उनकी टीम ने यह फ्रेमवर्क विकसित किया है। यह तकनीक मुख्य रूप से कोरोनावायरस सरस कोविड -19 पर केंद्रित है, लेकिन इसका उपयोग अन्य रोग जनकों और संक्रामक बीमारियों में भी किया जा सकता है।इस तकनीकी को विकसित करने वाली टीम में डॉक्टर आदित्य कुमार पाधी के साथ खुशबू भगत, शशांक शेखर अमरजीत यादव और शिवांक कुमार शामिल है। शोध द्वारा इसे इंटीग्रेटेड मल्टी स्केल काॅम्यूटेशनल फ्रेमवर्क नाम दिया है। यह कई अत्याधुनिक कंप्यूटर आधारित वीडियो को मिलाकर बनाया गया है। इनमें प्रोटीन डिजाइन, मशीन लर्निंग, हाइब्रिड क्वांटम और मॉलेक्युलर मैकेनिक्स और मल्टी स्केल स्टिमुलेशन्स शामिल है। यह तेजी से म्युटेड होने वाले वायरस के बारे में फ्रेमवर्क या अनुमान लगा सकता है कि भविष्य में वायरस किस प्रकार उपचारों के प्रति प्रतिरोध विकसित कर सकता है।अध्ययन सार्स कोविड के उपचार में उपयोग किए जाने वाले मोनोक्लोनल एंटीबॉडी सोट्रोविमैच के प्रति प्रतिरोध पर केंद्रित है, लेकिन यहां कैंसर और मूत्र मार्ग संक्रमण जैसी अन्य बीमारियों पर भी लागू किया जा सकता है। मुख्य अध्ययनकर्ता डॉक्टर आदित्य कुमार पाधी ने बताया कि इस फ्रेमवर्क को विश्व भर के वैज्ञानिकों और चिकित्सकों के लिए निशुल्क उपलब्ध कराए जाने की योजना है। डॉ नरसिंह राम , 29 मई, 2025