राज्य
30-May-2025
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रायपुर(ईएमएस)। छत्तीसगढ़ विधानसभा में शुक्रवार को मंत्रियों और विधायकों के निजी सहायकों (पीएस) और सचिवों (पीए) के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने किया। इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत और संसदीय कार्यमंत्री केदार कश्यप भी विशेष अतिथि के रूप में मौजूद रहे। डॉ. रमन सिंह ने कहा कि पीए और पीएस जनप्रतिनिधियों के छाया स्वरूप होते हैं। उनकी भूमिका केवल पत्राचार तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि उन्हें अपने विधायक या मंत्री की छवि को निखारने में सहायक होना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि इनकी भूमिका किसी को निपटाने की नहीं, बल्कि सहयोग कर विकास की दिशा में नेतृत्व को मजबूत करने की होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार बनने के बाद पहले विधायकों और मंत्रियों का प्रशिक्षण कराया गया और अब उनके सहायकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। तीन करोड़ की आबादी में से मात्र 100 लोग हैं जो इस पद पर हैं, ऐसे में उन्हें सरकारी योजनाओं, बजट, प्राधिकरण के कार्यों और विभागीय कार्ययोजनाओं की पूरी जानकारी होनी चाहिए डॉ. सिंह ने कहा। कार्यक्रम में बोलते हुए नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि विधायक और मंत्री को यदि बर्बाद या आबाद करना है, तो वही पीए और पीएस कर सकते हैं उन्होंने यह भी जोड़ा कि एक योग्य सहायक केवल कागज़ नहीं पकड़ाता, बल्कि अपने जनप्रतिनिधि की अच्छाई-बुराई को समझाता और निखारता है। उन्होंने कहा कि इस बार विधानसभा में 51 नए विधायक चुनकर आए हैं, जिनके लिए प्रशिक्षित पीए-पीएस की भूमिका और भी अहम हो जाती है। उन्होंने स्वीकार किया कि पिछली सरकार के दौरान इस तरह का प्रशिक्षण नहीं हो पाया, जो एक चूक थी। प्रशिक्षण शिविर में विधानसभा सचिवालय के अधिकारियों द्वारा विधानसभा की कार्यप्रणाली, बजट निर्माण प्रक्रिया, प्रश्न पूछने की प्रणाली, विधेयक की प्रक्रिया, सुरक्षा संबंधी प्रोटोकॉल समेत कई अन्य व्यावहारिक जानकारियां दी गईं। डॉ. रमन सिंह ने कहा कि एक जागरूक और प्रशिक्षित पीए-पीएस, जनप्रतिनिधि की कार्यकुशलता को नई ऊंचाई दे सकता है। उन्होंने कहा, हर विधायक को अपने क्षेत्र की प्राथमिकताएं तय कर छोटी-बड़ी जिम्मेदारियों को समझदारी से निभानी चाहिए। सत्यप्रकाश(ईएमएस)30 मई 2025