-5.5 लाख से अधिक लोग हुए प्रभावित, मृतकों की संख्या बढ़कर हुई 40 के पार गुवाहाटी,(ईएमएस)। पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश और बाढ़ ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। असम के 22 जिलों में 5.35 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं, जबकि बीते 24 घंटों में एक और मौत की पुष्टि के बाद राज्य में बाढ़ और भूस्खलन से मृतकों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है। अन्य राज्यों को मिलाकर अब तक करीब 40 लोगों से ज्यादा की जान जा चुकी है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, असम में 1,254 गांव और 65 राजस्व क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। सबसे अधिक असर श्रीभूमि, कछार और नगांव जिलों में देखा गया है। श्रीभूमि जिले में अकेले 1.94 लाख लोग बाढ़ की चपेट में हैं। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सबसे अधिक प्रभावित लखीमपुर जिले का दौरा किया और राहत कार्यों का जायज़ा लिया। उन्होंने अरुणाचल प्रदेश की ओर स्थित रंगनदी बांध से छोड़े गए पानी के कारण डूबे गांवों का निरीक्षण किया। सरमा ने कहा कि अमतोला क्षेत्र में पचनोई नदी का तटबंध टूट जाने से भारी नुकसान हुआ है। 15 नदियों के खतरे के निशान से ऊपर बहने की जानकारी दी गई है, जिससे हालात और गंभीर हो गए हैं। राज्य के कई क्षेत्रों में सड़क, रेल और नौका सेवाएं प्रभावित हुई हैं। गुवाहाटी स्थित क्षेत्रीय मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में भी भारी से अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इससे बचाव और राहत कार्यों में बाधाएं आने की आशंका है। सेना, एनडीआरएफ और अन्य एजेंसियां राहत एवं बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं। असम में अब तक 165 राहत शिविरों में 31,212 लोग आश्रय ले चुके हैं, और 157 राहत वितरण केंद्र भी सक्रिय हैं। अन्य राज्यों जैसे मणिपुर, त्रिपुरा, मिजोरम, मेघालय और सिक्किम में भी हालात चिंताजनक हैं। कई स्थानों पर भूस्खलन और रास्तों के बंद हो जाने से राहत कार्यों में परेशानी हो रही है। सरकार और स्थानीय प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है। हिदायत/ईएमएस 03जून25