04-Jun-2025
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सिक्किम के लाचेन में 83 टूरिस्ट फंसे, 6 लापता, मिजोरम में 11 दिन में 626 लैंडस्लाइड, 5 की मौत; मप्र-बिहार में आंधी-बारिश आधी, बारिश, बाढ़ बनी जानलेवा -ब्रह्मपुत्र और बराक समेत 15 से अधिक नदियां खतरे के निशान से ऊपर -पूर्वोत्तर में बाढ़ से और बिगड़े हालात, असम के 11 जिलों के लिए यलो अलर्ट नई दिल्ली/भोपाल/इम्फाल (ईएमएस)।मानसूनी बारिश से पूर्वोत्तर में आई बाढ़ ने विकराल रूप ले लिया है। असम में ब्रह्मपुत्र और बराक समेत 15 से अधिक छोटी-बड़ी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। कई राज्यों में बहुत बड़ा क्षेत्र बाढ़ की चपेट में है। नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों में पिछले दो हफ्तों से भारी बारिश लगातार जारी है। बाढ़ और लैंडस्लाइड के कारण लाखों लोग प्रभावित हैं। सिक्किम के लाचेन में भारतीय सेना ने विदेशी नागरिकों सहित 30 टूरिस्ट को एयरलिफ्ट करके रेस्क्यू किया। 83 लोग अब भी फंसे हैं। 6 लोग लापता है, जिनकी तलाश की जा रही है। मिजोरम में सरकार ने टूरिस्ट्स के लिए एडवाइजरी जारी की है। लोगों से 13 जून तक राज्य में आने से बचने की अपील की गई है। राज्य में 24 मई से तेज बारिश जारी है। तब से 3 जून तक, 11 दिनों में मिजोरम में 626 लैंडस्लाइड की घटनाएं हुई हैं। इसमें 5 लोगों की मौत हो गई है। असम में बाढ़ से 6 और लोगों की मौत हो गई। यहां लैंडस्लाइड-बाढ़ में मरने वालों आंकड़ा 17 पहुंच गया है। राज्य के 21 जिले के 6.5 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। 7 नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। मणिपुर में 1.64 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। 35 हजार से ज्यादा घरों को नुकसान पहुंचा है। करीब 4 हजार लोगों का रेस्क्यू किया गया है। बीते 4 दिन में 100 से ज्यादा लैंडस्लाइड की घटनाएं हुई हैं। नगालैंड को मणिपुर से जोडऩे वाला एनएच-2 का 50 मीटर का हिस्सा धंस गया है। मप्र और बिहार में भी आंधी-बारिश का दौर जारी है। मप्र के 17 और बिहार के 29 जिलों में बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने राजस्थान के 29 जिलों में बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। अब तक 43 मौतें, सात लाख लोग प्रभावित असम में लगभग 7 लाख लोग प्रभावित हुए हैं, हजारों मकान ध्वस्त या बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं। हजारों लोगों को राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है। अब तक 43 लोगों की जान भी जा चुकी है। असम और मेघालय में भारी तबाही देखने को मिल रही है। दोनों ही राज्यों में बाढ़ की स्थिति बेहद गंभीर हो गई है। असम में 21 जिले बाढ़ की चपेट में है और 6.32 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। स्थानीय मौसम केंद्र ने 11 जिलों में आंधी-तूफान और बारिश को लेकर यलो अलर्ट जारी किया है। सडक़, रेल और फेरी सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। दक्षिण-पश्चिम मानसून समय से लगभग आठ दिन पहले आने के बाद ठिठक गया है। अब इसके 11 जून से फिर गति पकडऩे की उम्मीद है। इस बीच, जहां तक मानसून पहुंचा है वहां भारी बारिश हो रही है। इनमें दक्षिण भारत के केरल और आंध्र प्रदेश समेत पूर्वोत्तर के सभी राज्य शामिल हैं। पूर्वोत्तर में खासतौर पर ज्यादा नुकसान पहुंचा है। मौसम विभाग के मुताबिक 5 जून तक पूर्वोत्तर में बारिश जारी रहने की संभावना जताई है। इससे स्थिति के और खराब होने की आशंका है। सिक्किम में 1,700 लोग निकाले गए सिक्किम में भूस्खलन के बाद फंसे 34 लोगों को दो एमआई-17 वी5 हेलिकॉप्टरों की मदद से सुरक्षित निकाल कर पास के पाकयोंग हवाई अड्डे पर पहुंचाया गया है। राज्य में राज्य के विभिन्न हिस्सों में फंसे अब तक 1,700 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। सिक्किम के लाचेन शहर के छतेन में सैन्य शिविर पर भूस्खलन के बाद लापता छह सैनिकों की तलाश तेज कर दी गई है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 23 सदस्यीय टीम को भी तलाशी अभियान में लगाया गया है। वहीं, उफनती तीस्ता नदी में वाहन के साथ बहे आठ लोगों की तलाश भी तेज कर दी गई है। 29 मई की रात वाहन एक हजार फीट नीचे नदी में गिर गया था। इसमें 11 लोग सवार थे, जिनमें से दो लोगों को सुरक्षित निकाल गया था, जबकि एक की मौत हो गई थी, शेष लोगों का अब तक कुछ पता नहीं चल पाया है। वहीं, मेघालय में एनडीआरएफ के जवान इंदौर की एक लापता पर्यटन की तलाश में जुटे हैं। महिला के पति का शव एक दिन पहले पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा इलाके में एक खड्ड में मिला था, जिसकी पहचान राजा रघुवंशी (29) के रूप में हुई थी। राजा और उनकी पत्नी सोनम 23 मई से ही लापता थे। एनडीआरएफ की 17 सदस्यीय टीम सोनम की तलाश में जुटी है। शिमला में भारी बारिश, सडक़ें जलमग्न हिमाचल की राजधानी शिमला में दोपहर बाद सवा पांच बजे भारी बारिश हुई। इससे शिमला शहर की सडक़ें पानी से जलमग्न हो गई। इस दौरान शिमला के आसपास के कई क्षेत्रों में हल्की ओलावृष्टि भी हुई। वहीं लाहौल स्पीति जिला के लांगचा गांव में सुबह के वक्त ताजा बर्फबारी हुई। आमतौर पर जून में बर्फ नहीं गिरती। मगर इस बार जून में भी बर्फबारी हो रही है। घाटी में इससे मौसम ठंड हो गया है। मौसम विभाग ने रात तक 6 जिले कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला और सोलन में भारी बारिश और तूफान का ऑरेंज अलर्ट दे रखा है। मप्र में 10 जून के बाद मानसून की एंट्री मप्र में बुधवार को भी मौसम बदला रहा। राजधानी भोपाल और शाजापुर समेत कुछ जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई है। भोपाल में तो सुबह से बादल छाए रहे। दोपहर बाद रिमझिम बारिश होने लगी। शाजापुर में करीब आधे घंटे पानी गिरा। मौसम विभाग ने कई जिलों में आंधी-बारिश का अलर्ट जारी किया है। सिवनी, बालाघाट, बैतूल, छिंदवाड़ा, देवास और सीहोर में आकाशीय बिजली चमकने के साथ तेज आंधी चल सकती है। जिसकी रफ्तार 60 किलोमीटर प्रति घंटा तक रह सकती है। प्रदेश में मानसून की एंट्री 10 जून के बाद ही होने की संभावना है। मौसम विभाग की मानें तो अभी मानसून महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ में एक ही जगह पर ठहरा है। पिछले कुछ दिन से ये आगे नहीं बढ़ा है।