संजयनगर रेलवे फाटक पर अटका अंडरब्रिज निर्माण कार्य * चार लोगों ने हटाने से किया इंकार कोरबा (ईएमएस) कोरबा शहर के मध्य सड़क से गुजरी रेल लाइन के कारण यातायात व्यवस्था हमेशा प्रभावित होती है। सबसे अधिक समस्या संजय नगर (सुनालिया) रेलवे फाटक पर होती है। यहां रेलवे द्वारा अंडरब्रिज बनाने के लिए वर्ष 2018-19 में ही स्वीकृति दे दी गई थी। इसके अंतर्गत अलग-अलग विभागों के बीच सामंजस्य बिठाने के बाद अंततः प्रस्तावित अंडरब्रिज के दायरे में आने वाले मकानों, दुकानों को तोड़ने का काम शुरू किया गया। अंडरब्रिज से प्रभावितों में शामिल 4 लोगों ने अपना कब्जा छोड़ने से इंकार करते हुए न्यायालय की शरण में चले गए। जिसके कारण अंडरब्रिज निर्माण की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पायी है। आगे भी इसके जल्दी शुरू होने के आसार नहीं दिख रहे हैं। जिले में 15 जून के बाद मानसून सक्रिय हो जाता है। न्यायालय से मामले का जब तक पटाक्षेप नहीं हो जाता तब तक कार्य आगे भी नहीं बढ़ पाएगा। * 88 लोगों का हटाया जा जा चुका है कब्जा अंडरब्रिज निर्माण की प्रक्रिया शुरू करने के लिए सबसे पहले दायरे में आने वाले कब्जा को हटाना जरूरी है। अंडरब्रिज निर्माण क्षेत्र से प्रभावित होने वाले 95 लोगों में 88 लोगों का कब्जा प्रशासन ने हटवा (तोड़) दिए हैं। तोड़ा गया कब्जा रेलवे व सिंचाई विभाग की जमीन पर होना बताया गया है। जबकि 4 लोगों ने अपनी व्यक्तिगत जमीन बताते हुए कब्जा हटाने से इंकार कर दिया है। साथ ही प्रशासन के खिलाफ जिला न्यायालय में याचिका दायर कर दिए हैं। जिसकी सुनवाई अभी नहीं हो पायी है। * फाटक पर आगे भी बनी रहेगी परेशानी अंडरब्रिज निर्माण के जो हालात वर्तमान में हैं, उससे साफ है कि आगे भी परेशानी बनी रहने वाली है। फाटक बंद होने के कारण दोनों दिशाओं से आने जाने वाले लोगों को अभी भी वहां खड़े होकर लम्बे समय तक इंतजार करना पड़ेगा। निर्माण की प्रक्रिया में जो रुकावट आई है, उसके समाधान का रास्ता भी आसान नहीं दिख रहा है। कुल मिलाकर सुनालिया फाटक पर अंडरब्रिज की सुविधा कब तक नगरवासियों को मिल सकेगी इस पर कुछ भी कहना अभी जल्दबाजी होगा। * निर्माण एजेंसी हैं पीडब्ल्यूडी सेतु निगम संजय नगर सुनालिया रेलवे क्रासिंग पर अंडरब्रिज निर्माण के लिए 90 प्रतिशत जमीन क्लीयर कर ली गई है। प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने के साथ ही जमीन का आधिपत्य पीडब्ल्यूडी सेतु निगम को सौंप दिया है। क्योंकि अंडरब्रिज का निर्माग इस विभाग को ही करना है। लेकिन शेष 10 प्रतिशत जमीन क्लीयर नहीं हो पाने के कारण अब तक निर्माण एजेंसी द्वारा निविदा की प्रक्रिया भी शुरू नहीं की जा सकी है। निविदा की प्रक्रिया अगर आज शुरू होती है तो भी कम से कम 3 माह लग जाएंगे। * हटाए कब्जे पर लोग पुनः हो रहे काबिज अंडरब्रिज के लिए तोड़े गए दुकानों के साथ मकानों के स्वामियों में इस बात को लेकर नाराजगी है कि उन्हें तो बेदखल कर दिया गया है कि लेकिन 5 माह हो गए पर काम तक शुरू हो पाया है। इस स्थिति को देखते हुए अधिकांश लोग मौके पर बने हुए हैं। हालांकि उनकी ओर से कोई विरोध नहीं है। उनका कहना है कि जब अंडरब्रिज का काम शुरू होगा तब वे अपना आधिपत्य स्वयं हटा लेंगे। क्योंकि हटाने के लिए उनके पास तोड़े गए घर के अलावा कुछ भी नहीं है। * 88 लोगों का हटाया जा चुका है कब्जा आज भी अंडरब्रिज निर्माण की प्रक्रिया शुरू करने के लिए सबसे पहले दायरे में आने वाले कब्जा को क्लीयर करना है। अंडरब्रिज निर्माण क्षेत्र से प्रभावित होने वाले 95 लोगों में 88 लोगों का कब्जा प्रशासन ने हटवा (तोड़) दिए हैं। तोड़ा गया कब्जा रेलवे व सिंचाई विभाग की जमीन पर होना बताया गया है। जबकि 4 लोगों ने अपनी व्यक्तिगत जमीन बताते हुए कब्जा हटाने से इंकार कर दिया है। साथ ही प्रशासन के खिलाफ जिला न्यायालय में याचिका दायर कर दिए हैं। जिसकी सुनवाई अभी नहीं हो पायी है। 08 जून / मित्तल