जगदलपुर(ईएमएस)। एनएमडीसी की हालिया भर्ती प्रक्रिया को लेकर युवा कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार और छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार पर बड़ा हमला बोला है। जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष अजय बिसाई ने आरोप लगाया है कि डबल इंजन की सरकारें लगातार छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़िया युवाओं के हितों की अनदेखी कर रही हैं। अजय बिसाई ने कहा कि एनएमडीसी द्वारा जारी 995 पदों में से लगभग 745 पद सीधे छत्तीसगढ़ के किरंदुल और बचेली खदान क्षेत्रों से जुड़े हैं, लेकिन इस भर्ती प्रक्रिया में राज्य के युवाओं को कोई प्राथमिकता नहीं दी गई है। उन्होंने सवाल उठाया – जमीन हमारी, खनिज हमारा, लेकिन रोजगार हैदराबाद के लिए? यह अन्याय अब बर्दाश्त नहीं होगा। युवा कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि एनएमडीसी का अधिकांश उत्पादन और मुनाफा छत्तीसगढ़ से आता है – कुल लाभ का लगभग 80% हिस्सा। इसके बावजूद कंपनी का मुख्यालय हैदराबाद में है, जिससे न केवल छत्तीसगढ़ के राजस्व को नुकसान होता है, बल्कि नीति निर्धारण और प्रशासनिक फैसले भी राज्य से दूर लिए जाते हैं। बिसाई ने यह भी याद दिलाया कि 1998 में अविभाजित मध्यप्रदेश विधानसभा ने सर्वसम्मति से रायपुर में एनएमडीसी मुख्यालय स्थानांतरित करने का प्रस्ताव पारित किया था, जिसकी सिफारिशें केंद्र को भेजी जा चुकी थीं। कांग्रेस सरकार के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी इस दिशा में प्रयास किए थे, जिनमें भर्ती परीक्षाओं को जगदलपुर और दंतेवाड़ा में आयोजित करवाना और प्रधानमंत्री से मुलाकात व पत्राचार शामिल था। बिसाई ने आरोप लगाया कि एनएमडीसी के नगरनार इस्पात संयंत्र में उत्पादन शुरू हो चुका है, फिर भी मुख्यालय आज भी तेलंगाना में है और संचालन वहीं से हो रहा है। उन्होंने भाजपा से सवाल किया कि जब वे डबल इंजन की सरकार की बात करते हैं, तो फिर छत्तीसगढ़ को उसका हक क्यों नहीं दिलाया जा रहा? युवा कांग्रेस ने मांग की है कि: एनएमडीसी का मुख्यालय छत्तीसगढ़ स्थानांतरित किया जाए। एनएमडीसी की भर्ती में राज्य के युवाओं को प्राथमिकता दी जाए। भाजपा सरकार और सांसद इस मामले में केंद्र पर दबाव बनाएं और स्पष्ट रुख सामने रखें। ईएमएस(संजय कुमार जैन)09 जून 2025