वॉशिंगटन(ईएमएस)। भारतीय छात्र को न्यू जर्सी के नेवार्क एयरपोर्ट पर सुरक्षाकर्मियों ने पेट के बल लिटा रखा है और उसके हाथ और पैर बांध दिए हैं। इस वीडियो के सामने आने के बाद से ही लोग भड़के हुए थे। भारतीय छात्र के साथ अपराधियों जैसे बर्ताव का यह वीडियो मौके पर मौजूद और भारतीय-अमेरिकी कारोबारी कुणाल जैन ने बनाया था। अब इस मामले में न्यूयॉर्क स्थित भारतीय दूतावास का बयान आया है। बता दें कि अमेरिका में बड़े पैमाने पर विदेशी छात्रों और कर्मचारियों के वीजा रद्द किए जा रहे हैं। यह फैसला प्रशासन बिना बताए अचानक ही ले रहा है। कई बार फिलिस्तीन का समर्थन भी इसकी वजह बनता है। इसके अलावा कानून-व्यवस्था के नाम पर भी लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है। दूतावास ने ट्वीट किया, हमने सोशल मीडिया पर ऐसी कई पोस्ट देखी हैं। इनमें दावा किया गया है कि एक भारतीय को नेवार्क लिबर्टी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर परेशानी झेलनी पड़ी। हम स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हैं। भारतीयों के हितों की सुरक्षा के लिए कौंसुलेट तत्पर है। छात्र के वायरल वीडियो में दिखता है कि उसे दो अधिकारियों ने पकड़ रखा है और पेट के बल लिटा रखा है। वहीं दो अन्य अधिकारी उसके हाथों और पैरों को बांध देते हैं। इस दौरान भारतीय छात्र मदद की अपील करता सुनाई देता है। छात्र को अमेरिकी प्रशासन ने अवैध रूप से देश में आने के आरोप में पकड़ा था और उसे भारत वापस भेज दिया गया।कुणाल जैन ने एक्स पर लिखा, मैंने देखा कि एक युवा भारतीय छात्र को नेवार्क एयरपोर्ट से डिपोर्ट किया जा रहा है। बीती रात ऐसा हुआ। उसके हाथ बंध थे। उसके साथ अपराधियों जैसा सलूक हुआ। वह सपने देख रहा था, उन्हें पूरा करने आया था। उसका इरादा किसी को नुकसान पहुंचाने का नहीं था। एक एनआरआई के तौर पर मैं असहाय था और उसकी कोई मदद नहीं कर सका। यह दिल तोड़ने वाला है और मानवीय आपदा जैसा है। कुणाल जैन ने अमेरिका में भारतीय दूतावास से भी अपील की थी कि वह इस मामले की जांच करे और छात्र को जरूरी मदद की जाए। वीरेंद्र/ईएमएस/10जून2025