ज़रा हटके
11-Jun-2025
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- 41 साल के अमेरिकी पर्यटक की इसे पीने से हुई मौत लीमा,(ईएमएस)। पेरू के घने अमेजन जंगलों में 41 साल के अमेरिकी पर्यटक की एक धार्मिक अनुष्ठान के दौरान मौत हो गई। वजह थी एक खास तरह की चाय, जिसे ‘आयाहुआस्का’ कहते हैं. यह कोई आम चाय नहीं, बल्कि एक ऐसा नशा है, जो दिमाग को झकझोर देता है और अमेरिका जैसे कई देशों में पूरी तरह प्रतिबंधित है, लेकिन फिर भी, यह चाय विदेशी पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है। आयाहुआस्का एक खास तरह का पेय है, जो अमेजन के जंगलों में पाए जाने वाले पौधों से तैयार किया जाता है। इसमें डीएमटी नाम का एक ताकतवर रसायन होता है, जो दिमाग को गहरे मतिभ्रम में ले जाता है। अमेजन के आदिवासी इसे सैकड़ों सालों से धार्मिक और मेडिकल के लिए इस्तेमाल करते आ रहे हैं। उनके लिए यह चाय आत्मा को शुद्ध करने और आध्यात्मिक ज्ञान पाने का जरिया है, लेकिन पिछले कुछ सालों में, यह विदेशी पर्यटकों के लिए एक नया ‘एडवेंचर’ बन गया है। लोग मानसिक शांति, डिप्रेशन से छुटकारा, या फिर एक अनोखे अनुभव के लिए इसे आजमाने पेरू, बोलीविया जैसे देशों में पहुंच रहे हैं। आरोन जो अमेरिका के अलबामा से थे, पेरू के लोरेटो इलाके में एक होस्टल, ‘ला कासा दे गुइलेर्मो आइकोना’ में रुके थे। यह होस्टल ‘आध्यात्मिक पर्यटन’ के लिए मशहूर है। यहां लोग आयाहुआस्का अनुष्ठानों में हिस्सा लेने आते हैं, जिन्हें स्थानीय शमैन आयोजित करते हैं। विगत सोमवार को हुए एक ऐसे ही अनुष्ठान में आरोन ने आयाहुआस्का चाय पी थी, लेकिन इसके बाद उनकी हालत बिगड़ने लगी। स्थानीय फोरेंसिक पैथोलॉजिस्ट के मुताबिक इस चाय ने उनके शरीर के कई अंगों को पूरी तरह से बेकार कर दिया, जिससे उनकी मौत हो गई। होस्टल के मैनेजरों का कहना है कि आरोन ने आयोजकों को यह नहीं बताया कि वे पहले से एंटीबायोटिक दवाइयाँ ले रहे थे। ऐसा माना जा रहा है कि इन दवाइयों और आयाहुआस्का के बीच रासायनिक प्रतिक्रिया ने उनकी हालत को बिगाड़ दिया। आयाहुआस्का कोई साधारण पेय नहीं है। यह चाय पीने के बाद लोग घंटों तक मतिभ्रम की दुनिया में चले जाते हैं। कुछ को गहरे आध्यात्मिक अनुभव होते हैं, तो कुछ के लिए यह बेहद डरावना साबित होता है। सिराज/ईएमएस 11 जून 2025