नई दिल्ली (ईएमएस)। दिल्ली के द्वारका सेक्टर-13 स्थित एक फ्लैट में आग लगने के बाद कारोबारी यश यादव दोनों बच्चों के साथ उतरने की कोशिश कर रहे थे। इसी दौरान एक-एक करके दोनों का हाथ छूट गया। तीनों की नीचे गिरने से मौत हो गई। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि घर में छोटा मंदिर रखा गया था जिसमें जल रहे दीपक से घर में आग फैली। फिर घर में पीवीसी पैनल होने की वजह से आग तेजी से फैली। जानकारी के मुताबिक, यश की बहन उत्तम नगर में रहती हैं। बहन के घर पर एक सप्ताह से भागवत पाठ चल रहा था। मंगलवार को हवन के बाद समापन था। इस धार्मिक आयोजन में शामिल होने के लिए रिश्तेदार यश के घर पर ठहरे हुए थे। यश की पत्नी ममता की बहन माधुरी भी अपने पति अंकित और बेटी के साथ आईं हुई थीं। अंकित के दोस्त भी सोमवार को आ गए थे। यश एटा के छोटे से गांव के रहने वाले थे। रिश्तेदारों ने बताया कि करीब 20 साल पहले यश दिल्ली आए थे। उन्होंने फ्लेक्स प्रिटिंग का काम शुरू किया और तरक्की करते चले गए। आशिमा कक्षा सात की छात्रा थी। दो साल पहले ही यश परिवार सहित इस अपार्टमेंट में रहने के लिए आए थे। आसपास के लोगों ने बताया कि पूरा परिवार बेहद मिलनसार था। इस हादसे में जान गंवाने वाला चौथी कक्षा का छात्र शिवम परिवार के साथ एटा में रहता था। स्कूल की छुट्टी होने की वजह से ताऊ के घर द्वारका आया था। शिवम के पिता श्यामवीर और यश यादव चचेरे भाई हैं। श्यामवीर भी यश के दफ्तर में काम करता है। हादसे के वक्त वह द्वारका में ही था। हादसे की खबर मिलते ही श्यामवीर बेसुध हो गया। श्यामवीर ने बताया कि तीन बेटियों के बाद शिवम का जन्म हुआ था। अजीत झा/ देवेन्द्र/नई दिल्ली/ईएमएस/11/जून/2025