हाल ही एक न्यूज़ टीवी पर जोरों से चल रहा है बेवफा सोनम ने रची पति राजा की हत्या की साजिश, मेघालय में हनीमून मर्डर केस पर गाइड ने कहा- मुझे खुशी है कि सलाखों के पीछे हैं अपराधी मेघालय में पिछले महीने लापता हुए नवविवाहित दंपती राजा और सोनम रघुवंशी के साथ तीन अज्ञात व्यक्तियों की मौजूदगी के बारे में पुलिस को सूचित करने वाले टूरिस्ट गाइड ने मंगलवार को कहा कि उसे इस बात की तसल्ली है कि उसके जानकारी देने से मामला सुलझाने में मदद मिली। मेघालय में पिछले महीने इंदौर के राजा रघुवंशी हत्याकांड का मामला सुलझ गया है। पुलिस आरोपी पत्नी सोनम रघुवंशी को यूपी के गाजीपुर से सोमवार देर रात लेकर शिलॉन्ग रवाना हुई है। उधर, इस मामले में पुलिस को जानकारी देने वाले टूरिस्ट गाइड ने राहत की सांस ली है। गाइड का कहना है कि उसकी जानकारी से मामला सुलझाने में मदद मिली। दरअसल इंदौर के रहने वाले राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी हनीमून के लिए शिलांग गए थे। वे 23 मई को लापता हो गए थे। बाद में राजा का शव वेइसाडोंग फॉल्स के पास मिला था। पुलिस ने इस मामले में सोनम रघुवंशी को गिरफ्तार कर लिया है। उस पर राजा की हत्या की साजिश रचने का आरोप है। पुलिस ने इस मामले में तीन और लोगों को भी गिरफ्तार किया है।कलयुग में पति पत्नी को समझदारी से काम लेना चाहिए क्योंकि सतयुग में नारी की त्याग और ममता के कारण माता सीता ने जो मिशाल पेश किया वह आज उसके नारी धर्म के कारण लोग पूजते हैं क्योंकि माता सीता के स्वयंवर के समय ऐसे धनुष को उठा लिया जिससे परशुराम क्रोध में आकर उपस्थित हो गए इसी डर से रावण शक्तिशाली होने के कारण उठा नहीं सका डर असत्य लोगों को होती है जिसके दिल में छल कपट होता है लेकिन प्रभु राम तो ईश्वर हैं उसे डर कैसा,जब देखा कि ऐ तो भगवान है तो क्रोध को शांत किया, अतः आज कल अगसर देखने को मिल रहा स्त्री और पुरुष में रिश्ते बनने के बजाय बिगड़ रहे है हाल ही में इसके और भी कई उदाहरण भी सामने आए हैं जैसे मुस्कान रस्तोगी और उसके प्रेमी साहिल पर अपने पति, पूर्व मर्चेंट नेवी अधिकारी सौरभ राजपूत की हत्या का आरोप है। उन्होंने कथित तौर पर उसे नशीला पदार्थ दिया, चाकू घोंपा और उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर दिए। मुस्कान द्वारा अपने माता-पिता के सामने अपराध कबूल करने के बाद अपराध का पता चला,मेरठ के सौरभ हत्याकांड ने पूरे देश को झकझोर रखा है। इस मामले में आए दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं। इस केस में मुख्य आरोपी और मृतक की पत्नी मुस्कान रस्तोगी की एक पड़ोसी ने खुलासा किया है कि साहिल शुक्ला रात को 2-3 बजे उसके घर आया करता था। कई बार बाहर लॉक लगे रहने पर वो दीवार फांदकर घर के अंदर घुस जाता था। वारदात वाले दिन मुस्कान अपने घर के जिस कमरे में गुमसुम बैठा हुई थी, उसी में ड्रम रखा हुआ था, जिसमें सौरभ की लाश पड़ी थी आखिर ऐ सब हो क्यों रहा है यह गलत संस्कार, और अपने को होशियार बनने के चक्कर में होता है अतः शादी करते समय पूरी तरह से सोच समझ कर करें ऐ कलयुग है जिसमें औरतों का पक्ष तो लिया जाता है लेकिन आदमी का नहीं, एक लड़का एक और केस अतुल सुभाष जैसा पुनः सुर्खियों में है दरअसल यूपी में एक बार फिर अतुल सुभाष जैसा मामला सामने आया है।कुछ दिन पहले मल्टीनेशनल कंपनी टीसीएस के एक मैनेजर मानव शर्मा ने पत्नी से तंग आकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले उसने एक वीडियो सोशल मीडिया पर डाला और उसमें रोते हुए अपना सारा दर्द बयां किया। टीसीएस मैनेजर मानव शर्मा ने आत्महत्या से पहले बनाई वीडियो में खुलासा किया कि वो पत्नी के उत्पीड़न से परेशान हैं और शादी से पहले पत्नी का किसी और से सम्बन्ध था और तलाक चाहता था लेकिन ऐसा नहीं हुआ इधर पत्नी का कहना है कि पहले दूसरे से प्रेम था लेकिब शादी के बाद नहीं सुसाइड के समय साथ ही उसने मांग की कि कानून पुरुषों को भी सुरक्षा दे। मानव शर्मा ने गले में फंदा लगाकर वीडियो बनाया और कहा कि उनके माता-पिता को कोई परेशान न करे।देखिये शादी बड़ा सोच समझ कर करिये ये जीवन का सौदा होने जा रहा सच्चाई शादी से पहले बताना चाहिए क़ोई जरुरी नहीं है कि रिश्ता बड़े घर में हो लेकिन ऐ जरुरी है कि विचारों में मतभेद ना हो ऐ आपस में मिसअंडरस्टैंडिंग के वजह से होता शादी एक ऐसा बंधन है जो जीवन भर साथ रहने को होता है अतः पारदर्शिता जरुरी है ऐ हो क्यों रहा है इसकी सबसे बड़ी आज का संगत, पैसे की चाहत काम वासना आदि है जैसी संगत वैसी रंगत भगवान राम के मंदिर या महाकुम्भ जाने से ऐ समस्या दूर नहीं होगी हमें हमेशा एक दूसरे की सहायता करने की जरुरत है आप कभी भी निराश होकर आप आत्महत्या का कदम मत उठाना नहीं तो ऐ शरीर जो परमात्मा का दिया है वैसे ही ख़ो बैठोगे पाने के लिए बहुत कुछ खोना पड़ता है त्याग और संघर्ष में ही आप कुछ बनकर निकलते हो कभी अपना दुःख दूसरे को नहीं सुनाये काम पर ध्यान दें क्योंकि आज खुद ही आदमी इतना दुःखी है कि दूसरों का दुःख से क़ोई मतलब नहीं है नहीं यकीन है जैसे अंदरूनी कलह की वजह से पार्टी में टूट हुआ और नतीजा आपके सामने आया जब भी अपने घर के अंदर असंतोष होता है तो आपका ही परिवार बिखड़ जाता है नुकसान दूसरों का नहीं आपका होता है वैसे ही परिवार में रिश्ता होता है जिसमें बाहरी सफाई से ज्यादा जरुरी है अंदर की सफाई और ऐ समझदारी और शांति से विवेक से होगा किसी ने बताया कि माता पिताजी से मिलना शादी से पहले अच्छा लगाव था पिताजी ने शादी के लिए बात की लड़की के पिताजी आए बड़े अच्छे स्वाभाव के थे कुछ रूपए दिए और हुआ क्या मैं लड़की देखने नहीं जा रहा था बाद में मैं सोचा कि उनके पिता जी आए थे और आने का प्रस्ताव दिए है और दादाजी ने भी बताया कि ठीक से देख लेना नाक लम्बाई ठीक होना चाहिए इसलिए लड़की देखने चला गया वहाँ खुब खातिर हुई मेरे भाई ने सवाल पूछ दिया लेकिन उसे मालूम था यह विज्ञान उसके बस का नहीं है किसी मुद्दे पर बात अटक गई क्योंकि उसकी भी बहने थी और उसकी शादी भी जरुरी थी लेकिन इन सब को देखते हुए इस हेतु उस बेचारे ने बहुत कोशिश कर पिता जी को बताया उसमें एक गलती यह हो गई कि उसने फोन नम्बर ले लिया उस समय मोबाइल नहीं था और एसटीडी का बिल खूब आता था लेकिन दिमाग़ कैसे उस जवानी में घुम गया पता ही नहीं चला, कोई जब किसी लड़की के शादी टूटने का शोक को आपकी खुशी में अपने को बुरा रहकर भी अहसास कराता है तो आपको भी उसके साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए पति तो कुछ नहीं आपको बोल रहा है उसने बताया कि लेकिन ट्रेन में उसे किसी ने बोल दिया ऐ पत्नी है या औजार? जब तक आप बेरोजगार रहते हैं तो आपको बहुत साधारण या गरीब लड़की मिल जाती है लेकिन जब क़ोई अच्छी नौकरी मिल जाती है तो लड़की वाले का आना जाना और बड़े घर से रिश्ते का ऑफर आता है आप गलती ऐ करते हैं आज की दुनिया में ब्यूटी पार्लर की सजावट और उसकी बातें सुनकर आप दिल दे देते हैं और इसमें परिवार की भी जिम्मेदारी क़ोई बिना राममचरित्र मानस को पढ़े और रामभक्त होने का ढोंग दिखाए तो उसको परखना आपका काम है गाँव की लड़कियां कम पढ़ी लिखी जरूर है माँ बाप गरीब होते हैं लेकिन उनमें अच्छे संस्कार पाए गए हैं जैसे पुरुष या तो मेहनत कर फसल उगाता और महिला उसकी मदद करती यदि पुरुष कमाने बाहर निकलता तो उसकी पत्नी सास ससुर की सेवा करती वहाँ उसका पति 4व्यक्ति के साथ में रहकर कैसे भी पैसा कमाता और 1-2महीने गाँव में पत्नी से मिलने चला जाता और पत्नी उसकी सेवा करते पायी गई है आप यदि खेल में रूचि रखते हैं फिल्मों में रूचि रखते हैं होटलो और क्लबो में रूचि रखते हैं तो यह जरुरी नहीं की पत्नी को भी उसमें रूचि हो ना रखते हैं और पत्नी रूचि रखती है तो मना करने से आपस में कलह बढ़ती है और किसी दूसरे के बहकावे में ना आए अपने विवेक से आगे बढ़े यदि दो कदम पाने के लिए 4कदम पीछे हटना पड़े तो रिश्ते में हट जाइए और अंदर के अहंकार को ख़त्म कर शांति से काम ले लड़ाई झगड़ा से समस्या और बढ़ती है अतः इससे दूर होकर मौन हो जाये दूसरे के बहकावे में कभी ना आएं ऐ आपका घर बर्बाद कर आपकी जिंदगी से ख़ुशी जो आप सही समझ रहें है वो नश्वर है ईश्वर सत्य है औऱ किसी जाति धर्म से नहीं बंधा है,छीन लेगा शांति और समझदारी से रिश्ते मजबूत होते हैं पति को या तो पत्नी को समझा कर मौका दे और पुराने बातों को ध्यान ना दें यदि आप बिसनेस करते हैं तो नौकरी वाले के चक्कर में नहीं पड़े अच्छा अध्यात्मिक ज्ञान है तो उसी विचार की पत्नी मिले तो अच्छा होगा यदि राइटर हैं तो उसकी पसंद भी यही हो तो अच्छा होगा नहीं तो शादी के बाद आपस में तकरार होगा ऐ बात लड़की और लड़के के माता पिता को भी समझनी चाहिए हर कुछ पैसा नहीं होता विचारों का मिलना भी जरुरी है या तो एक शांति से रहें और दूसरे के बातों पर ध्यान नहीं दें क्योंकि आज सती अनुसूईया नहीं मिलने वाली है अतः समझ जरुरी है आपके बच्चों के हित में उसे संस्कार दें कुछ गुण तो आपके आएंगे कुछ आपके हाव भाव से उसके भविष्य पर ध्यान दें। जब पति किसी शोक में डूबा रहता है तो पत्नी को इसकी वजह जाननी चाहिए इन सबसे उसके शारीरिक सम्बन्ध बिगड़ जाता है जैसे काम का बोझ ऑफिस की चिंता, और कभी कभी पति के इंज्याटी के वजह से उसके प्रति क्रोध बढ़ जाता है और पत्नी धीरे धीरे अलग होने लगी और इससे घबराया पति और भी डिप्रेशन में आप हमेशा ध्यान रखें पति पत्नि का रिश्ता सिर्फ शारीरिक नहीं बल्कि एक दूसरे की भावना को समझने के लिए जिम्मेदारी और बच्चे को संस्कारी बनाने के लिए होता है मैं बहुत पहले एक पति पत्नी का सच्चा प्यार देखा है जब वो आँख से अंधा हो जाता है तो ऑफिस छोड़ने औऱ लेने जरूर आती अतः पति पत्नी को कभी एक दूसरे के प्रति बैर नहीं रखना चाहिए और भावना का क़द्र करना चाहिए यही तो सनातन धर्म में लिखा है भगवान श्री राम को ही बनवास मिला लेकिन वो माता सीता ही थे की उनके साथ जीवन जीने के लिए वन में भी चली गई धन्य है माता सीता औऱ भाई लखन चाहती तो अयोध्या में राज कर सकती थी लेकिन अपने प्रभु राम पर पूर्ण विश्वास था एक दिल से प्रेम होता है जो सामने दीखता नहीं लेकिन कुछ भावनाओं में दुःख के समय मालूम पड़ता है और यही बच्चे सीखते है जैसे श्रवण कुमार ने एक तरफ माता को रखा औऱ दूसरी तरफ पिता को लेकर चल पड़े चार धाम की यात्रा पर, पंडित श्री राम शर्मा आचार्य एक पुस्तक में लिखते हैँ कि नर नारी के अनुठे सम्बन्ध शिशु को जन्म देने के लिए होता है बाद में बच्चे को संस्कारवान बनाएं और अच्छी शिक्षा दें अतः पति पत्नी का सम्बन्ध सिर्फ शारीरिक सुख के लिए नहीं बल्कि अपने सभी परिवार को साथ लेकर चलना भी आवश्यक है इसमें हो सकता है कुछ त्याग भी करना पड़े तो आगे आना चाहिए सब को साथ लेकर चलना ही अच्छी पत्नी का संस्कार है प्रेमी-प्रेमिका, आप जहां भी हों, अपना ख्याल रखें, क्योंकि वैलेंटाइन डे तो याद आता है लेकिन रिश्ता नहीं । चाहे आप किसी रिश्ते में हों या किसी रिश्ते में रहना चाहते हों।लेकिन वैलेंटाइन डे के दबाव से बचना मुश्किल है। साल के इस समय, टेलीविजन, रेडियो, मुद्रित प्रकाशन और इंटरनेट पर ऐसे विज्ञापन भरे पड़े हैं जो लोगों को आने वाले उत्सव की याद दिलाते हैं लेकिन क्या आपने सोचा ऐ भारतीय संस्कृति के खिलाफ है आप सही में किसी से प्यार करते हैँ तो क्या यह दिखावा है या हकीकत, दरअसल शादी को हल्के में ना लें जल्दबाजी ना करें इत्मीनान से सोचे कि विचारों से मेल खा रहा है या नहीं नहीं तो दूसरी की जिंदगी तो बर्बाद करेंगे ही और आप मज़ाक के पात्र बन जायेंगे इसलिए यदि ऐसे किसी चक्रव्यू में फंसे हैं तो ईश्वर ही आपको बचा सकता है अक्सर देखा जाता है कि लोग प्यार में इतने पागल हो जाते हैं कि शादी से पहले ही अफेयर होता है और सम्भोग पाने की चाहत में भ्रूण हत्या एक बार नहीं कई बार करवाते हैं हो पाप है इसे क़ोई भी स्त्री पसंद नहीं करती है आपका सबसे बड़ा दुश्मन वासना है जिसे जरुरत पड़ने पर काबू पाने की कोशिश करें इसके लिए मन में चल रहे सारे गलत गतिविधि से दूरी बना लें जो सेक्स के बारे में कचरा की तरह होता है आप इसलिए इस समय प्रभु राम को पूजते रहें आप सफल होंगे, इज्जत और सम्मान तथा आपसी दुःख औऱ बुरे दौर में साथ देने से होता है ऐ तो फिल्मों में सम्बन्ध बनता बिगड़ता है क्योंकि वहाँ का लाइफ ही ऐसा है की कैमरा में एक दूसरे को शूट करता है तो भावना व लोकप्रियता के कारण सम्बन्ध टूटता है ऐ सब पार्टियों में जाने क्लबो में डान्स करने व विदेश में शूटिंग की वजह हो सकता है वहाँ तो इसी गम को दूर करने के लिए खुब शराब और ड्रग्स भी ले लेते हैं अतः वहाँ का लाइफ कुछ दूसरा है कुछ वर्ष पूर्व फ़िल्म में नए नए आए सुशांत सिंह राजपूत का सुसाइड केस जो कहीं ना कहीं ऐ दिखा रहा था कि सुशांत सिंह के लिभ एंड लाइफ रिलेशन के कारण डिप्रेशन का शिकार हुआ और आत्महत्या कर दुनिया से चला गया आज होता तो उसकी फ़िल्म लाइन में एक अलग पहचान होता, इसपर बहुत सी राजनीती हुई मीडिया दिनभर खबर दीखाता रहा और बाद में सीबीआई इन्क्वारी में कुछ भी नहीं निकला लेकिन मीडिया की खुब कमाई हुई और लोगों का समय बर्बाद हुआ अतः इसे समझना जरुरी है और आत्मचिंतन की आवश्यकता है।जीवन में पल-पल नव-निर्माण हो रहा है। उत्साह की तरंगों से मन को तरंगित एवं आप्लावित कर दें। निराशा हमारे स्वभाव का अंग नहीं है, विजातीय हैं। निराशा को भगाओ, आशा को जगाओ, आज और अभी जगाओ। जीवन का यही संदेश है। हमारे मन में कोई पुकार-पुकार कह रहा है कि मानव को जीवन सुख से रहने के लिए मिला है, सुख मानव का जन्मसिद्ध अधिकार है। यह सृष्टि सुखप्रधान हैं, दुःखप्रधान नहीं है एक बार बहुत पहले की एक गाँव में शादी की बात है जब गाँव में बारात आता है तो लड़की वाले खातिरदारी में कमी नहीं रखते है फिर लोटा गन्दा था चुड़ा में घुन था और सब्जियाँ में घुन था और क़ोई नाचने वाला नहीं आया मामा सब बातें सुनकर लड़की के चाचा जी एक मोटा डंटा लेकर बाराती वाले को हरकाते हैं जिसमे लड़के वाले डोली पर बिठा कर ले तो जाते हैं लेकिन पति काफी गुस्से में था और लड़की से किसी भी तरह से सम्बन्ध बनाने से इनकार करता है और बाहर ही सोने पर मजबूर करता है औऱ ऐसा 2-3साल तक चलता है जो मैंने अपनी आँखों से देखा है बाद में जब पति किसी कारण बीमार पड़ता है तो जो उसको बहका कर ऐसा करवा रहें थे वे मदद करने के बजाय उस पत्नी का मज़ाक उड़ाने लगता है तब उसकी पत्नी उसकी खुब सेवा करती रही, तब पति को दुःख के समय सही और गलत का ज्ञान होता है तो वो खुद ही समझ जाता है फिर दोनों के बीच मधुर सम्बन्ध से 2लड़का होता है और उसका घर उजड़ने के बजाय बस जाता है कुछ दिन पहले एक अपने ने बताया कि घर वह माता -पिता को छोड़ने गया माँ का पैर में घुटना ख़राब के बाबजूद हमेशा लड़के से प्रेम से बात किया लेकिन घर आते ही टोन मारना शुरू हो गया आप कहीं भी जाओ क़ोई नहीं पूछ रहा है लेकिन एक छोटी सी फ़िल्म देखने पर टोन मारना कि मूवी ही देख रहें हैं न आप खाना खा ले इसी को प्रेम से भी बोला जा सकता है कृप्या खाना खा लीजियेगा इसमें फ़िल्म कहाँ आया आप फ़िल्म देखो तो कभी नहीं पूछता क्यों देख रहें हो और जरा सी फ़िल्म देखी तो पिंच करना ऐ ही आपस में मिठास की जगह खटास पैदा करता है जो आगे चलकर दरार पैदा करता है अगर किसी के प्रति गुस्सा है तो सामने से कह देना उचित है और नहीं तो एक मिनट शांति से मन को नियंत्रण में कर शब्दों का इस्तेमाल करना चाहिए आपस में समझदारी ही काम आती है दुश्मनी नहीं।9 दिसंबर की रात को 34 वर्षीय भारतीय व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली। उसके शव के पास एक तख्ती लगी थी जिस पर लिखा था न्याय मिलना चाहिए। अतुल सुभाष ने 24 पन्नों का विस्तृत सुसाइड नोट और 81 मिनट का एक वीडियो छोड़ा जिसमें उन्होंने अपनी शादी और तलाक की कार्यवाही में आई परेशानियों को जिम्मेदार ठहराया। उनके जीवन के बारे में परेशान करने वाले विवरण वाले पत्र और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए और लोगों में आक्रोश फैल गया। दक्षिणी शहर बेंगलुरु के सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने अपनी अलग रह रही पत्नी निकिता सिंघानिया, उसकी मां और भाई पर लगातार उत्पीड़न और यातना देने का आरोप लगाया इसमें गलती किसकी है ऐ तो न्यायालय में होगा लेकिन जो दुनिया से चला गया वो बापस तो नहीं आएगा ऐ पत्नी को समझना चाहिए उसे कैसे ढाले मेरा हर एक लेख आपसी झगड़े के लिए नहीं बल्कि आपको सही सलाह देने के लिए होता है यही त्याग है और सच्चा प्रेम,पति पत्नी न केवल स्वभाव से सुख चाहता है, वह सुख पाने में सक्षम भी है जब पुरानी बातें को भुला दिया जाये । सुखवृत्ति को ठीक प्रकार से जगाकर मनुष्य खोये हुए सुख को पुनः पा सकता है।जब क़ोई लड़का माता पिता से अलग रहकर परिवार की जिम्मेदारी निभा रहा है तो सबसे पहले अहंकार का त्याग करें शांति से बात करें व दूसरे की देखादेखी ना करें अपने धर्म का पालन करें और सोच कर ही कदम उठाएं वो तो आपको सब दे रहा है चूक इंसान से होती है लेकिन आप अपना संस्कार उसके साथ इसतरह रखें कि क़ोई उसे देख कर आपकी मज़ाक ना उड़ाये खाना ईश्वर की कृपा से सबको मिल जाता है नहीं तो लंगर जाकर देखिए गुरू कैसे आपको अपना मेहमान मानकर आपका पेट खुशी से भरता है महाकुम्भ तो चले गए लेकिन क्या सीखा जेब कटी अब जब आपको कुछ होगा तो क्या महाकुम्भ पर किए गए खर्च आपको डॉक्टर देगा आप ठीक रहें शांत रहें और दूसरों को भी शांति से रहने दे किसी के बारे में बुरा सोचने से पहले किसी को अंदर झाँक कर देखना चाहिए ।नर और नारी सभी एक समान हैँ ऐ पंडित राम कृष्ण शर्मा आचार्य ने कहा है होता क्या है दरअसल प्यार के पीछे उसका पागल शैतान सेक्स छिपा होता है ईश्वर ने तो इसे सृष्टि को चलाने के लिए बनाया लेकिन आधुनिकता की दौड़ में कम उम्र में ही इसका नशा छाने लगता है और ऐ संसार की सबसे बड़ी गंदगी है जिसके हवस का शिकार नौजवानों में होने लगता है ठीक है किसी से प्यार किया है तो डरना क्या शादी से पहले ही ना कर देना चाहिए इससे लोगों का अच्छे नारी के प्रति भी संदेह पैदा होने लगता है और अगर हों भी गई है तो भूल जाओ किसी की जिंदगी बर्बाद करने से क्या मिलेगा उसे तो एक बार में ख़त्म कर दिया लेकिन बहुत से लोग अभी भी इस मकड़जाल में फसें हैँ और घुट घुट कर जी रहें हैं ना तो अपने माता पिताजी से मिल पाते हैँ और रखना बोझ क्यों लगता है ऐ सबाल अभी भी एक प्रश्नचिन्ह है। प्यार किया है तो डरना क्या सच का सामना करो लेकिन किसी को धोखे से नहीं मारो अगर यहाँ कानून में न्याय नहीं मिलेगा तो उपरवाला जो सबसे बड़ा न्यायकारी है वो अवश्य ही कड़ी सज़ा देगा क्योंकि इस हालत में आपके अंदर हमेशा डर का भूत पकड़े रहेगा और चैन ख़त्म हों जायेगा आज आप जवान है समय के साथ जवानी ख़त्म भी होगी तब आपके सारे मायाबी सुःख ख़त्म होगा तो ईश्वर से ऐसा डर लगेगा कि आपका जीना मरना जैसा हों जायेगा। ईएमएस/ 12 जून 25