लेख
हमे भूत के बारे में पछतावा नही करना चाहिए, ना ही भविष्य के बारे में चिंतित होना चाहिए, विवेकवान व्यक्ति हमेशा वर्तमान में जीते है। - चाणक्य हम सभी एक दुसरे की मदद करना चाहते है, मनुष्य ऐसे ही होते है, हम एक दुसरे के सुख के लिए जीना चाहते है दुःख के लिए नहीं। - चार्ली चेपलिन ईएमएस / 12 जून 25