क्षेत्रीय
12-Jun-2025
...


-पुलिस ने चार दोसतो के खिलाफ दर्ज किया मामला भोपाल(ईएमएस)। अवधपुरी थाना इलाके में बीटेक के छात्र फांसी लगाकर की गई आत्महत्या के मामले में पुलिस ने एक साल की जांच के बाद मृतक के चार दोस्तों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज किया है। जांच में सामने आया की दोस्तों के बहकावे में आकर वह ऑनलाइन गेमिंग खेलने लगा और उसे इसकी लत लग गई थी। दोस्तों ने उसे ऑनलाइन गेमिंग के ग्रुप में जोड़ लिया था। ऑनलाइन गेमिंग में रकम लगाने के लिए उसने अपनी सफारी गाड़ी और लैपटॉप तक बेच दिया था। जब उसके साथ धोखाधड़ी हुई तो मुश्किल समय में दोस्तों ने उसका साथ छोड़ दिया था। थाना पुलिस के मुताबिक मूलत: ग्राम बोरगांव सौंसर, छिंदवाड़ा का रहने वाला गौतम निर्मलकर ऊषाप्रभा कॉलोनी, अवधपुरी में किराए से रहकर निजी कालेज में बीटेक की पढ़ाई कर रहा था। कालेज में क्लासमेट रोहित और रोहन उसके रूम पार्टनर थे। उन दोनों ने मिलकर अपने दो अन्य दोस्त दवा का काम करने वाले अभिषेक गोयल और बैंक कर्मचारी सुनील नायक से मिलवाया था। दोस्तों ने गौतम को थर्ड गेमिंग (ऑॅनलाइन सट्टा) खिलवाने को उकसाया। खाता शुरू करने के लिए 1 लाख 20 लाख रुपए जमा करने थे। उनके जाल में फंसे गौतम ने सफारी और लैपटॉप 1 लाख 20 हजार रुपए में गिरवी रखकर खाते में रकम जमा कर दी। दोस्तों ने भी 20 हजार रुपए जमा किए। पांचों ने मिलकर थर्ड गेमिंग ऑनलाइन गेम में एक खाता खुलवा लिया। गौतम ने 50 हजार रुपए अपने पिता के खाते से खर्च कर लिए। चारों दोस्तों ने खाता शुरू करने के लिए गौतम को सलाह दी थी, कि वह कार और लैपटाप गिरवी रखकर 1.20 लाख रुपए गुड़गांव के खाते में ट्रांसफर कर दे। गौतम ने ऐसा ही किया और एक लाख 20 हजार रुपए ऐप में जमा किया, जबकि अन्य चार लोगों ने मिलकर महज 20 हजार रुपए ही गेमिंग के लिए खाते में डाले। लेकिन रुपए जैसे ही एक बैंक खाते में डाले गए तो गेम संचालिका ने रुपए निकाल लिए। गौतम ने जब खाते में डाली गई राशि गायब देखी तो उसने चारों दोस्तों को फोन किया, लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया, जिसके बाद उसने कमरे में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। मर्ग जॉच के बाद पुलिस ने चारों दोस्तों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर ओग की कार्यवाही शुरु कर दी है। जुनेद / 12 जून