लेख
13-Jun-2025
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-मोहन यादव सरकार के डेढ़ साल पूरे आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश पहले सपना था लेकिन अब हकीकत बनकर हमारी आँखों के सामने आ चुका है। मध्यप्रदेश विकास का रोल मॉडल बनकर तेजी से उभरा है। इसका प्रमाण है जन-जन का विकास और संचार समेत अन्य संसाधनों में उल्लेखनीय प्रगति। प्रसंगवश बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कई बार मध्यप्रदेश की सराहना कर चुके हैं। विकास के मामलों में पिछड़ते जा रहे राज्यों पर जब गहन चिंतन मनन होता है तब मध्यप्रदेश का उदाहरण सबके सामने प्रस्तुत किया जाता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस प्रदेश के साथ साथ मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव से भी अत्यधिक प्रभावित हैं। उनकी कर्तव्य परायणता का जिक्र वे अपने भाषणों में अक्सर करते हैं। डॉ.मोहन यादव हैं भी तारीफ के काबिल, क्योंकि अपनी अकर्मण्यता, कौशल्य के दम पर उन्होंने मध्यप्रदेश को अग्रणी स्थान दिलाया है। उनकी सक्रियता प्रदेश भर में है। सुदूर क्षेत्रों में भी यदि समस्या हो तो वे उसके निराकरण के लिए प्रयासरत होते हैं। प्रशासनिक अमला भी उनके दिशा निर्देशों का तटस्थता सजगता से पालन करता है। वर्षों की समस्या को देखते देखते सुलझा लिया जाता है। डॉ.मोहन यादव के काम, उनके आश्वासन और वायदों पर प्रदेश के लोगों ने भरोसा जताया है। मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार के डेढ़ वर्ष का कार्यकाल पूरा हो रहा है। सरकार के कामकाज को परखने उससे संतुष्ट होने वाले लोगों की संख्या ज्यादा है लेकिन आलोचना करने वाले भी कम नहीं । इन सबके बीच विपक्ष की आलोचना,टीका टिप्पणी को नजर अंदाज कर मध्यप्रदेश क¨ विकास के रास्ते पर आगे ले जाने का लक्ष्य अपने गंतव्य पर निरंतर आगे बढ़ता जा रहा है। यह सदी विकास की है। एक तरफ जहाँ देश ने विश्व पटल पर अपनी पृथक पहचान स्थापित कर ली है। वहीं मध्यप्रदेश ने विकास के विभिन्न आयाम स्थापित कर साबित कर दिया है कि हौसले बुलंद हों तो कुछ भी असम्भव नहीं। याद दिलाना होगा कि इस सदी के आरम्भ से ही मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने सत्ता की बागडौर सम्भाल रखी है। खास बात यह है कि आम आदमी की फिक्र करने के साथ सबको एक नजरिये से देखा जाता है। बीच के कुछ महीने छोड़ दें तो अधिकांश समय सत्ता की चाबी भारतीय जनता पार्टी के पास ही रही है। इस दौरान गुजरते वक्त के साथ भाजपा ने प्रदेश के लोगों के दिलों में अपनी एक अलग जगह बनायी है। यहाँ बता दें कि मध्यप्रदेश बड़ा राज्य है और बड़े दिल वाले प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव इन दिनों पूरी सक्रियता के साथ प्रदेश का भ्रमण कर रहे हैं। वे आम आदमी से सीधे जुड़कर उससे सीधा संवाद कर रहे हैं। जनता का असीम स्नेह उनके कार्यों की सफलता की गारंटी है। यह भी एक चमत्कार की तरह है कि वे जनता की दवा बनकर हमेशा साथ खड़े हो जाते हैं। मसला किसानों की समस्याओं का हो, मजदूरों का हो या प्रदेश के साथ न्याय नहीं होने का । उनका दिल मध्यप्रदेश के लिए ही धड़कता है और मध्यप्रदेश में ही बसता है। डॉ.मोहन यादव ने यह साबित कर दिया है कि कुशल प्रबंधन तथा अथक परिश्रम से कुछ भी असम्भव नहीं। सबका साथ सबका विकास की थीम पर मध्यप्रदेश अपनी तासीर के अनुरूप भाषा, बोली और जाति के नाम पर किसी भी नागरिक से पराये सा व्यवहार नहीं करता है, बल्कि जो आता है उसे गले लगा लेता है। मध्यप्रदेश सरकार का संकल्प है कि प्रदेश के सामाजिक, आर्थिक विकास की बुनियाद को मजबूत करने के लिये भौतिक तथा मानवीय आधारभूत संरचना मजबूत होना चाहिये। मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने आत्मनिर्भरता को न सिर्फ मध्यप्रदेश के भविष्य निर्माण की दृष्टि से देखा, बल्कि उसे व्यक्तिगत चेतना से आगे ले जाकर समूह चेतना में परिवर्तित करने का उपक्रम भी किया है। आज हम देख रहे हैं कि मध्यप्रदेश के युवा डॉ.मोहन यादव की मदद से आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहे हैं। यही विकास का शंखनाद है। चुनौतियों से सदा जूझते रहने वाले युवा वर्ग को प्रोत्साहन के साथ संबल देने की नितांत आवश्यकता है। मानकर चलते हैं कि आज का युवा कल का भविष्य है। युवा उत्थान की दिशा में आगे बढ़ने के दौरान सरकार के साथ आमजन को भी भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी। रोजगार के साथ तकनीकि शिक्षा के आवश्यक संसाधन जुटाने होंगे। बंद पड़े उद्योगों, लघु उद्योंगों को पुनः शुरू करने से युवाओं को बड़ी संख्या में रोजगार मिल सकेगा। इस दिशा में सरकार प्रयास करे तो बेहतर होगा। आज का युवा कल का भविष्य है इसे दृष्टिगत रखकर लिये गये हर एक फैसले का स्वागत है। यह मध्यप्रदेश का सौभाग्य है कि सरकार महिला सशक्तिकरण, बालिका प्रोत्साहन तथा सुरक्षा पर अत्यधिक व्यय कर रही है। महिला सम्मान में कहीं कोई कमी न रह जाये इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है। मातृ शक्ति के अधिकार, स्त्रीत्व के सम्मान, सुरक्षा और उसके सामाजिक आर्थिक विकास के लिये प्रतिबद्ध डॉ मोहन यादव समय की सीढ़ियाँ चढ़ते हुए इस दिशा में लगातार चिंतन मनन करने के साथ अपनी सोच और विचार को धरातल पर उतारते रहें हैं। (यह लेखक के व्य‎‎‎क्तिगत ‎विचार हैं इससे संपादक का सहमत होना अ‎निवार्य नहीं है) .../ 13 जून /2025