जयपुर (ईएमएस)। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के एक फरमान ने महिला नेताओं की टेंशन बढ़ा दी दरअसल एआईसीसी ने कहा कि कम से कम सौ नए सदस्य बनाने वाली महिला नेताओं को ही प्रदेश कार्यकारिणी, जिलाध्यक्ष और जिला कमेटियों में शामिल किया जाएगा जो महिला नेता 100 सदस्य नहीं बना पाएंगी, उन्हें कार्यकारिणी में नहीं लिया जाएगा. ऐसे में लंबे समय से महिला कांग्रेस में काम कर रही महिला नेताओं के सामने दुविधा है कि वर्तमान कार्यकारिणी में आने के लिए 100 सदस्य बनाने होंगे। ऐसे में महिला नेता कार्यकारिणी में एडजस्ट होने के लिए सदस्य बनने में जुटी हैं, लेकिन 100 सदस्य बनाने का आंकड़ा नहीं छू पा रही हैं। हालांकि 100 सदस्य बनाने की अनिवार्यता का असर यह हुआ है कि प्रदेश कांग्रेस की ओर से होने वाले कार्यक्रमों और धरने प्रदर्शनों में अब महिला कांग्रेस नेताओं की उपस्थिति कम नजर आती है. कई महिला नेताओं ने संगठन से दूरी बना ली. यही वजह है कि हाल ही में घोषित प्रदेश महिला कांग्रेस की संक्षिप्त कार्यकारिणी में केवल 16 जिलाध्यक्ष और प्रदेश कार्यकारिणी में 12 महिला नेताओं को ही एडजस्ट किया गया, जिनमें नौ उपाध्यक्ष और तीन महामंत्री हैं। महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष सारिका सिंह का कहना है कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने महिला कांग्रेस का सदस्यता अभियान शुरू किया है. राजस्थान को भी 52 हजार नए सदस्य बनाने का लक्ष्य दिया है. एक बूथ पर एक महिला नेता को जोडऩा है. प्रदेश कार्यकारिणी जिलाध्यक्ष और जिला महिला कांग्रेस में उन महिला नेताओं को पदाधिकारी बनाया जाएगा, जो कम से कम 100 सदस्य बना सके. उन्होंने कहा कि अभी जो संक्षिप्त कार्यकारिणी घोषित हुई है, उनमें उन महिला नेताओं को एडजस्ट किया गया, जिन्होंने 100 या अधिक सदस्य बनाए हैं. 100 से अधिक संख्या में नए सदस्य बनाने वालों को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की ओर से सम्मानित भी किया जाएगा. सारिका सिंह ने कहा कि कम मेंबरशिप का सवाल ही नहीं है जो सक्रिय तौर पर काम कर रहे हैं वह सदस्य बना रहे हैं और उसी के आधार पर संगठन मजबूत होगा। अशोक शर्मा/ 5 बजे/ 13 जून 2025