वेतन न मिलने से घर चलाना हो रहा मुश्किल, नहीं हुआ भुगतान तो करेंगे आंदोलन छिंदवाड़ा जबलपुर (ईएमएस)। मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जिला अस्पताल में इंदौर की आउटसोर्सिंग कंपनी प्रथम सेक्युरिटी सर्वित के माध्यम से पदस्थ किए गए 1३ निजी सुरक्षा गाडों को पिछले तीन माह से वेतन नहीं मिला है। इससे परेशान होकर गार्डों ने शुक्रवार को अस्पताल के सिविल सर्जन से मुलाकात कर वेतन दिलवाने की गुहार लगाई है। गार्डों ने बताया कि वे आर्थिक रूप से अत्यंत कठिनाई का सामना कर रहे हैं और इस स्थिति में वेतन का शीघ्र भुगतान उनके लिए अति आवश्यक हो गया है। गाडों का कहना है कि उन्हें पहले से ही बहुत कम वेतन दिया जाता है, जिसमें उन्हें मात्र ७ हजार ३०० का मासिक भुगतान होता है। इसके बावजूद वे अपनी ड्यूटी पूरी निष्ठा और ईमानदारी से निभा रहे हैं। हालांकि, पिछले तीन महीनों से वेतन नहीं मिलने के कारण उनके घर का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है। प्रथम नेशनल सिक्युरिटी इंदौर द्वारा जिला अस्पताल में १३ सुरक्षा गार्डों को लगाया गया है। इनमें ६ महिला तथा ७ पुरूषकर्मी शामिल है। इन गार्डों का कहना है कि यह कोई पहली बार नहीं है जब वेतन समय पर नहीं मिला हो। पहले भी कई बार वेतन अटका रहा, जिसके बाद कई बार आवेदन देने और बार-बार निवेदन करने पर वेतन का भुगतान हो पाया था। इस बार भी तीन महीने बीतने को है परंतु वेतन का कोई अता-पता नहीं है। गाडों ने यह भी बताया कि वे सभी एक ही स्थान पर कार्यरत हैं, लेकिन उन्हें वेतन अलग-अलग दिया जाता है, जिससे वे असंतुष्ट हैं। एक ही प्रकार की ड्यूटी करने पर भी वेतन में अंतर होना उनके अनुसार अन्यायपूर्ण है। गाडों का कहना है कि वे रोजाना अस्पताल में अपनी ड्यूटी समय से करते हैं और किसी प्रकार की कोताही नहीं बरतते, फिर भी उन्हें समय पर वेतन नहीं मिलना दुर्भाग्यपूर्ण है। चार दिन का दिया समय इस मामले में अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. नरेश गुन्नाड़े ने गार्डों की शिकायत के बाद प्रथम नेशनल सिक्युरिटी कंपनी इंदौर के प्रतिनिधि से बात की और गार्डों का वेतन जल्द भुगतान करने के लिए कहा। जिसके बाद कंपनी के प्रतिनिधि ने वेतन भुगतान के लिए चार दिन का समय दिया है। इधर गार्डों का कहना है कि यदि उन्हें चार दिन बाद वेतन नहीं मिला तो वे कामबंद हड़ताल करेंगे। ईएमएस / 13 जून 2025