13-Jun-2025


किसानों ने एमपी एग्रो कर्मचारी को पकडक़र कलेक्टर को सौंपा भोपाल/शिवपुरी(ईएमएस)। मप्र में खरीफ की फसलों की बुवाई की तैयारी चल रही है। लेकिन किसानों को खाद नहीं मिल रहा है। खाद की किल्लत और कालाबाजारी से किसान परेशान है। खरीदी केंद्रों पर किसान एक बोरी खाद के लिए मारामारी कर रहे हैं, वहीं अधिकारी-कर्मचारी कालाबाजारी में लगे हुए हैं। शिवपुरी जिले में खाद की किल्लत से जूझ रहे किसानों का गुस्सा शुक्रवार को फूट पड़ा। खाद नहीं मिलने से नाराज किसानों ने शहर की गल्ला मंडी के पास स्थित एमपी एग्रो खाद वितरण केंद्र पर जमकर हंगामा किया। हालात तब बिगड़ गए जब किसानों ने केंद्र के कर्मचारी को पकडक़र कलेक्ट्रेट पहुंचा दिया और खाद की कालाबाजारी के गंभीर आरोप लगाए। किसानों का आरोप है कि केंद्र पर पर्याप्त मात्रा में खाद मौजूद है, लेकिन उसे जानबूझकर वितरित नहीं किया जा रहा। किसान धर्मवीर यादव ने बताया कि आधार कार्ड पर 10 डीएपी खाद की बोरियां दर्ज की जा रही हैं, लेकिन किसानों को केवल 5 बोरियां दी जा रही हैं। साथ ही 250 रुपए की नैनो यूरिया खाद की बोतल 500 रुपए में जबरन बेची जा रही है। रात में हो रही खाद की ब्लैक मार्केटिंग किसान सतीश रावत ने आरोप लगाया कि वितरण केंद्र से रात के अंधेरे में खाद की ब्लैक मार्केटिंग की जा रही है, जबकि सुबह से कतार में लगे किसानों को खाली हाथ लौटना पड़ता है। नंबर लगाने के नाम पर भी पैसों की मांग की जा रही है। वहीं कलेक्ट्रेट में एमपी एग्रो के कर्मचारी विष्णु ओझा ने सफाई देते हुए कहा कि उनके दो सहयोगी बैंक में पैसे जमा करने गए थे, उनके लौटने के बाद ही वितरण शुरू होना था। लेकिन किसानों की भीड़ ने उनकी बात नहीं मानी और उन्हें जबरन कलेक्ट्रेट ले आई। कलेक्टर ने दिया कार्रवाई का आश्वासन मामले की जानकारी मिलते ही कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी मौके पर पहुंचे और किसानों को उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया। इसके बाद मामला शांत हुआ। किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द खाद वितरण में पारदर्शिता नहीं आई, तो वे उग्र आंदोलन करेंगे। विनोद उपाध्याय / 13 जून, 2025