अहमदाबाद (ईएमएस)| गुजरात में मानसून की पहली बारिश के बाद कई जिलों में मूशलाधार बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है| बारिश प्रभावित जिलों की स्थिति जानने मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल मंगलवार देर शाम गांधीनगर स्थित स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर पहुंचे। वहां उन्होंने राज्य सरकार के वरिष्ठ सचिवों, पुलिस, मौसम विभाग, एनडीआरएफ और कोस्ट गार्ड के अधिकारियों के साथ बैठक कर तंत्र की सतर्कता और तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने विशेषकर इस बात की सतर्कता बरतने के निर्देश दिए कि सौराष्ट्र क्षेत्र में नदियों में बाढ़ आने के कारण छोटे पुलों, नालों और कोजवे से खतरनाक स्तर पर बहते पानी को कोई वाहन या व्यक्ति पार न करे। इतना ही नहीं, मुख्यमंत्री ने ऐसे स्थानों पर चेतावनी सूचक बोर्ड और आवश्यकता पड़ने पर पुलिस बंदोबस्त की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने भारी वर्षा के कारण जिन क्षेत्रों के गांवों में संपर्क-कम्युनिकेशन नेटवर्क प्रभावित हुआ है, वहां तत्काल सैटेलाइट फोन और अन्य वैकल्पिक व्यवस्था कर ऐसे गांवों में संपर्क स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने जिला कलेक्टरों को निचले इलाकों में रहने वाले लोगों और पशुओं-मवेशियों आदि को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की समुचित व्यवस्थाएं करने तथा ऐसे आश्रय स्थानों में भोजन-पानी एवं स्वास्थ्य की पर्याप्त सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने आगामी दिनों में राज्य में व्यापक वर्षा होने के मौसम विभाग के पूर्वानुमान के संदर्भ में भी तंत्र वाहकों को पर्याप्त आयोजन कर जीरो कैजुअल्टी के दृष्टिकोण से सतर्क रहने का मार्गदर्शन दिया। वर्षा की स्थिति में नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और आपदा के समय नागरिकों के बचाव के लिए 12 जिलों में एनडीआरएफ की 12 टीमों को तैनात किया गया है। इसके अलावा, राज्य के 20 जिलों में एसडीआरएफ की टीमें भी तैनात की गई हैं। इस प्रकार, राज्य के सभी जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें आवश्यकता पड़ने पर स्थानीय प्रशासन की मदद के लिए तैनात की गई हैं। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात में भारी वर्षा के कारण मौजूदा स्थिति में जो सड़कें बंद हैं, उन सड़कों को पुनः कार्यरत करने के निर्देश दिए हैं। भारी वर्षा से प्रभावित जिलों के निचले इलाकों से कुल 259 लोगों का स्थानांतरण किया गया है। इसके अलावा, राज्य में 139 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। मुख्यमंत्री ने बोटाद और अमरेली जिलों के कलेक्टरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बातचीत कर उनके जिलों में राहत और बचाव सहित अन्य कार्यों की समीक्षा की। इस बैठक में मुख्य सचिव पंकज जोशी और अपर मुख्य सचिवों एवं वरिष्ठ सचिवों के साथ ही एनडीआरएफ और मौसम विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। सतीश/17 जून