21-Jun-2025
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उधमपुर,(ईएमएस)। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को स्पष्ट कहा कि यदि भविष्य में भारतीय सरज़मीं पर कोई भी आतंकवादी हमला हुआ तो पाकिस्तान को गंभीर और विनाशकारी परिणाम भुगतने होंगे। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर उत्तरी कमान मुख्यालय में सैनिकों के साथ योगाभ्यास के बाद अपने संबोधन में उन्होंने कहा, कि ऑपरेशन सिंदूर अभी समाप्त नहीं हुआ है। यह उसी श्रंखला का विस्तार है, जिसमें 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 की एयर स्ट्राइक आती हैं। हमने पड़ोसी को स्पष्ट संदेश दे दिया है कि हज़ार घाव देने की उसकी नीति कभी सफल नहीं होगी। रक्षा मंत्री ने बताया कि 6–7 मई की मध्यरात्रि में भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान‑अधिकृत कश्मीर में स्थित आतंकवादी ठिकानों पर लक्षित कार्रवाई कर उन्हें ध्वस्त किया। हम और भी कई ठिकाने नष्ट कर सकते थे, मगर संयम बरता—यह संयम हमें योग से मिलता है, जो क्रोध पर नियंत्रण और मानसिक दृढ़ता सिखाता है। इस कार्यक्रम में सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी भी शामिल हुए। राजनाथ सिंह का यह दौरा ऑपरेशन सिंदूर के बाद जम्मू‑कश्मीर का दूसरा दौरा है। 15 मई को उन्होंने कश्मीर घाटी का निरीक्षण किया था, जब भारत‑पाकिस्तान ने परस्पर सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति जताई थी। रक्षा मंत्री ने हाल के पहलगाम आतंकी हमले (22 अप्रैल) का ज़िक्र करते हुए बताया कि इसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी और साज़िश सीमा पार रची गई थी। यह महज़ आतंकी घटना नहीं, बल्कि हमारी सामाजिक‑सांप्रदायिक एकता को तोड़ने का प्रयास था। हमने उनकी योजना विफल करते हुए ऐसी जवाबी चोट दी कि पाकिस्तान को घुटने टेकने पड़े। इसी के साथ रक्षामंत्री सिंह ने दो‑टूक चेतावनी देते हुए कहा, भारत आतंकवाद के विरुद्ध किसी भी स्तर की कार्रवाई के लिए तैयार है। यदि फिर हमला हुआ तो जवाब पहले से ज़्यादा कठोर होगा। ऑपरेशन सिंदूर तब तक जारी रहेगा, जब तक आतंक का ढाँचा पूरी तरह ढह नहीं जाता। अपने संबोधन में उन्होंने योग को बल का अदृश्य कवच बताते हुए कहा कि यह सैनिकों को शारीरिक‑मानसिक रूप से न सिर्फ़ मजबूत बनाता है, बल्कि अनुशासन और संयम की भावना भी जगाता है। योग समाज की ऊर्जा को सकारात्मक दिशा देता है; वही ऊर्जा हमारी सेनाओं को दुश्मन के ख़िलाफ़ निर्णायक बढ़त दिलाती है। हिदायत/ईएमएस 21जून25