21-Jun-2025
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ट्रंप का छलका दर्द, पाकिस्तान ने नोबेल शांति पुरस्कार के लिए भेजा है नाम वाशिंगटन,(ईएमएस)। दुनिया के सबसे बड़े सम्मान नोबेल पुरस्कार के लिए पाकिस्तान ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का नाम भेजा है। नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नाम भेजने के बाद से डोनाल्ड ट्रंप का दर्द छलक उठा। ट्रंप का कहना है कि ‘मैं चाहे जो भी कर लूं, मुझे नोबेल नहीं मिलेगा, क्योंकि ये सिर्फ लिबरल्स को ही दिया जाता है। पाक सरकार ने अपने सोशल मीडिया एक्स पर ऐलान किया कि उसने डोनाल्ड ट्रंप का नाम नोबेल पुरस्कार के लिए इसलिए भेजा है क्योंकि उन्होंने हालिया भारत-पाक तनाव के दौरान ‘निर्णायक कूटनीतिक हस्तक्षेप’ किया, जबकि भारत इस दावे को खारिज करता रहा है कि शांति ट्रंप की वजह से हुई। रवांडा और डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो के बीच अमेरिका ने समझौता करा दिया है। ट्रंप ने इस शांति समझौते को ‘दुनिया के लिए महान दिन’ बताया है। यह समझौता वाशिंगटन में तीन दिन की बातचीत के बाद हुआ है और 27 जून को इसके दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे, लेकिन इस सफलता के बाद ट्रंप का गुस्सा फिर नोबेल कमेटी पर फूट पड़ा। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ पर लिखा- कांगो-रवांडा, भारत-पाक, सर्बिया-कोसोवो, मिस्र-इथियोपिया, मिडिल ईस्ट का अब्राहम समझौता… मैं चाहे कुछ भी कर लूं, मुझे नोबेल नहीं दिया जाएगा। ट्रंप ने कहा कि अगर सब ठीक रहा तो अब्राहम समझौते में और देश जुड़ेंगे और मिडिल ईस्ट पहली बार एक हो जाएगा, लेकिन फिर भी नोबेल नहीं मिलेगा…क्योंकि ये सिर्फ लिबरल्स के लिए है। इससे पहले पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल असीम मुनीर ने भी ट्रंप को नोबेल के लिए नामित करने की सिफारिश की थी। इसके बाद ट्रंप और मुनीर की वाइट हाउस में लंच मीटिंग भी हुई थी। बता दें नोबेल शांति पुरस्कार दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक है। यह उन लोगों या संस्थाओं को दिया जाता है जो दुनिया में शांति के लिए असाधारण योगदान देते हैं। इस पुरस्कार की शुरुआत स्वीडिश वैज्ञानिक और डायनामाइट के आविष्कारक अल्फ्रेड नोबेल ने की थी। उन्होंने अपनी वसीयत में कहा था कि उन्होंने जो संपत्ति छोड़ी है, उससे हर साल कुछ क्षेत्रों में पुरस्कार दिए जाएं। नोबेल शांति पुरस्कार उन्हीं में से एक है। सिराज/ईएमएस 21जून25 -------------------------------