रायपुर(ईएमएस)। छत्तीसगढ़ के नगरीय प्रशासन को अधिक स्वच्छ, टिकाऊ और तकनीक-संपन्न बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए रायपुर नगर निगम की महापौर मीनल चौबे और आयुक्त विश्वदीप ने इंदौर के स्वच्छता नवाचारों का प्रत्यक्ष अध्ययन किया। चार दिवसीय इस अध्ययन सह भ्रमण कार्यक्रम का आयोजन राज्य शहरी विकास अभिकरण (सूडा) द्वारा किया गया, जिसमें प्रदेश के 14 नगर निगमों के महापौर, आयुक्त और अधिकारियों को दो चरणों में शामिल किया गया। इस अध्ययन दौरे के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने इंदौर नगर निगम की सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्रणाली, सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (ICT) आधारित निगरानी प्रणाली, और जनसहभागिता से संचालित कई मॉडलों का अवलोकन किया। महापौर मीनल चौबे और आयुक्त विश्वदीप ने इंदौर के इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (ICCC) का दौरा कर वहां की रियल-टाइम निगरानी प्रणाली, 311 एप के माध्यम से शिकायत निवारण प्रक्रिया, और जीपीएस से ट्रैक होने वाले कचरा वाहनों के संचालन को समझा। उन्होंने एनजीओ की भागीदारी से संचालित घर-घर कचरा संग्रहण प्रणाली, कचरा पृथक्करण, वेस्ट ट्रांसफर स्टेशन, और जोन आधारित सफाई व्यवस्था का भी निरीक्षण किया। प्रतिनिधिमंडल ने इंदौर के स्वच्छता मित्रों और स्थानीय नागरिकों से संवाद कर यह जाना कि किस तरह जनभागीदारी स्वच्छता के स्थायी समाधान में सहायक बन सकती है। साथ ही इंदौर में सिंगल यूज प्लास्टिक बैन को सख्ती से लागू करने और कठोर जुर्माने की प्रक्रिया को भी सराहा। दौरे के दौरान प्रतिनिधियों ने इंदौर के बायोगैस संयंत्र, मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी (MRF), आरआरआर सेंटर (Reduce, Reuse, Recycle), जीरो वेस्ट वार्ड और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) का दौरा कर तरल एवं ठोस अपशिष्ट प्रबंधन की प्रक्रियाओं को विस्तार से समझा। इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव से मुलाकात के दौरान रायपुर के प्रतिनिधियों ने शहरी स्वच्छता में जनप्रतिनिधियों की भूमिका, ग्रीन बॉन्ड, यूजर चार्जेस और शहरी वित्त के अभिनव मॉडलों पर विस्तृत चर्चा की। सत्यप्रकाश(ईएमएस)25 जून 2025