० वीरांगना रानी दुर्गावती बलिदान दिवस एवं सम्मान समारोह में जुटे लोककलाकार, दिखी आदिवासी संस्कृति की झलक भिलाईनगर,(ईएमएस)। वीरांगना रानी दुर्गावती बलिदान दिवस एवं सम्मान समारोह का आयोजन 24 जून को बैकुंठ धाम मड़ोदा नेवई भिलाई में किया गया। आयोजन में छत्तीसगढ़ के 15 ख्याति प्राप्त कलाकारों को पुरोधा सम्मान दिया गया। 30 महिला स्व सहायता समूह को रानी दुर्गावती नारी शक्ति सम्मान और 32 उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को रानी दुर्गावती नारी शक्ति सम्मान दिया गया। आयोजन में आदिवासी लोकनृत्यों ने समा बांध दिया। शुरुआत में सभी अतिथियों का सम्मान मोर मुकुट पहनाकर ,शाल फल एवं मोमेंटो देकर किया गया अतिथियों के आगमन पर संयोजक पद्मश्री डॉ राधेश्याम बारले ने स्वागत भाषण में बताया कि गोंडवाना साम्राज्य की वीरांगना रानी दुर्गावती का स्मरण करना हम सबके लिए गौरव का अवसर है। उन्होंने अतिथियों और उपस्थित लोगों को आयोजन की विस्तार से जानकारी दी। मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित वरिष्ठ समाजसेवी तिमिरेंद्र शेखर सिंह कंवर ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि गोंडवाना साम्राज्य की राज्य की स्वतंत्रता और अस्मिता की रक्षा के लिए वीरांगना रानी दुर्गावती ने कभी समझौता नहीं किया और हमेशा संघर्ष का मार्ग चुना। हम सब उनकी संतान के तौर पर उन्हीं के दिखाए रास्ते पर चलने की कोशिश करें और समाज की एकता के लिए कार्य करें। श्री कंवर ने कहा कि वीरांगना दुर्गावती ने 24 जून 1564 को अपनी कटार स्वयं अपने सीने में भोंककर आत्म बलिदान दिया था और स्वतंत्रता की खातिर दिया उनका यह आत्मबलिदान हम सबको नई राह दिखाता है। विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित केश शिल्प कल्याण बोर्ड छत्तीसगढ़ की अध्यक्ष मोना सेन ने अपने उद्बोधन में बताया कि गोंडवाना साम्राज्य की शासिका के तौर पर वीरांगना दुर्गावती ने गढ़ा पचमठा में महिलाओं के लिए गुरुकुल की स्थापना की थी। जिससे महिलाओं के लिए शिक्षा लेना आसान हुआ। यह महिला सशक्तिकरण की दिशा में उठाया गया क्रांतिकारी कदम था। आयोजन को विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ समाजसेवी गीतांजलि तेता, गोंडवाना समाज पाटन तहसील अध्यक्ष संतलाल कडप्पा,जामगांव मुंडा अध्यक्ष पवन ठाकुर, सांसद प्रतिनिधि रिसाली दीपक चंद्राकर, राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित रामजी ठाकुर, डबरा पारा भिलाई पार्षद तुलसी ध्रुव, बीआरपी कॉलोनी वार्ड 16 पार्षद विजय निगम और ग्राम बिरेभाट सरपंच ज्ञान दास नवरंग ने भी संबोधित किया। इस दौरान मुख्य रूप से उपस्थित कलाकारों में चंपा निषाद, ननकी राम ठाकुर,निर्मला बेलचंदन, तुषान्त बारले, चंद्रिका आर्या, खुमेश मानिकपुरी, पुष्पा शंकर साहू, विनीता ढीमर, शगुन चक्रधारी, तबला मास्टर ढाल सिंह चक्रधारी ,बासुरी बादक शंकर साहू,तबला मास्टर संतोष ढीमर, रिसाली पूर्व मंडल अध्यक्ष शैलेंद्र शैली, परमेश्वर नाग, गणेश विश्वकर्मा, भोज राज बारले पार्षद, तुलसी ध्रुव, चंदू देवांगन और नवीन सिन्हा सहित अनेक कला-संस्कृति साहित्य प्रेमी व समाजसेवी उपस्थित थे। आभार प्रदर्शन समिति के अध्यक्ष राजू लाल नेताम ने दिया। आयोजन में आदिवासी अंचल से आए लोक कलाकारों ने अपने नृत्यों से माहौल बना दिया। इनमें काकसार नृत्य-बुटलू राम माथरा जिला-नारायणपुर, सुवा नृत्य-सुवा सखी महिला सुवा मंडली नेवई उमेश्वरी देवांगन, पंथी नृत्य- सात ज्योति पंथी नृत्य दल डुमर अहिवारा ऋषि चंदेल और लोकमंच से तुषांत बारले, खुमेश मानिकपुरी एवं चंद्रिका आर्या की विशिष्ट प्रस्तुति हुई।वहीं कल्याणी बारले ने भरथरी की अनूठी प्रस्तुति दी। जिसे सभी लोगों ने सराहा। आयोजन का आकर्षण लोकमंच के तुषान्त बारले के गीतों की प्रस्तुति रही। जिसे सुनकर अतिथियों और दर्शकों ने बेहद प्रशंसा की। ‘वंस मोर’ से आयोजन स्थल गूंजता रहा। आयोजन में पुरोधा सम्मान के अंतर्गत रानी दुर्गावती स्मृति सम्मान डॉ. विनीत ध्रुवे जिला अस्पताल दुर्ग, चंद्रिका आर्या लोक गायिका बालोद और सुशील साहू समाजसेवी नंदकट्ठी को दिया गया। अहिल्याबाई होल्कर सम्मान कविता वासनिक वरिष्ठ लोकगायिका राजनांदगांव, बहादुर कलारिन स्मृति सम्मान हिरेश सिन्हा प्रसिद्ध लोक गायक चारामा, जितेश्वरी सिन्हा प्रसिद्ध लोक गायिका चारामा, कौशल्या माता सम्मान चंपा निषाद प्रख्यात लोक गायिका रायपुर, डॉ. गार्गी पाण्डेय समाजसेवी रायपुर, मिनीमाता स्मृति सम्मान कल्याणी बांधे समाजसेवी भिलाई, गीता कोठारी शिक्षाविद खोला पाटन, लक्ष्मण मस्तुरिया स्मृति सम्मान-तुषांत बारले लोक गायक भिलाई और खुमेश मानिकपुरी लोक गायक बालोद को दिया गया। वहीं छत्तीसगढ़ कला रत्न सम्मान-पुष्पा शंकर साहू लोक गायिका रामनगर भिलाई, विनीता ढीमर लोक गायिका बोरिगारका, रानी दुर्गावती नारी शक्ति सम्मान रामेश्वरी ठाकुर समाजसेवी बिरेभाठ, सरोज ठाकुर समाजसेवी बिरेभाठ, जागृति मारकण्डे शिक्षिका उमरपोटी, लीना ध्रुवे बीआरपी. कॉलोनी, लक्ष्मी कुंजाम बीआरपी कॉलोनी रेखा चेलक नेवई, कुसुम खेलवार समाजसेवी नेवई, श्याम कुंवर बंजारे समाजसेवी नेवई, कामिन बाई यादव बजरंगपारा मरोदा, चित्ररेखा निर्मलकर बजरंग पारा मरोदा, तुलसी विजय साहू बजरंग पारा मरोदा, बीना साहू सूर्य नगर मरोदा, अर्चना कमलेश हिरवानी हिंद नगर, सुमन साहू समाजसेवी नेवई, धनेश्वरी नेताम समाजसेवी नेवई रेखा मंडावी समाजसेवी रिसाली, रेणुका देशलहरे शिक्षिका रिसाली, महेश्वरी मिर्री प्राचार्य ओदरागहन, किरण कोठारी पूर्व पार्षद नेवई, लक्ष्मी प्रजापति समाजसेवी मरोदा, मुलेश्वरी ठाकुर समाजसेवी मरोदा सेक्टर, नैन बाई कोठारी विजय चौक, कौशिल्या डहरिया मोरिद, मोनिका समाजसेवी मोरिद नैना नेताम समाजसेवी रिसाली, पिंकी ठाकुर समाजसेवी रिसाली, रमा ठाकुर समाजसेवी रिसाली बबीता बंजारे समाजसेवी गनियारी, तनुजा लहरे समाजसेवी दादर, टिकेश्वरी नेताम समाजसेवी मोरिद, सुनीता निर्मलकर समाजसेवी सोमनी, नमीता मांडवी मितानिन ग्रुप बी.आर.पी. कॉलोनी को दिया गया। समशीर/ सत्यप्रकाश/किसुन/25 जून 2025