उज्जैन (ईएमएस)। भगवान महाकालेश्वर की नगरी उज्जैन को धार्मिक नगरी बनाने के लिए यहां निवासरत नागरिकों को सात्विक आचरण करना होगा साथ ही उन्हें बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को भी सात्विक आचरण करने हेतु प्रोत्साहित करना होगा। उक्त बात महामण्डलेश्वर अतुलेशानन्दजी सरस्वती आचार्य शेखर महाराज ने त्रिशूल शिवगण वाहिनी के प्रतिनिधिमंडल से भेंट के दौरान कही । सर्व ब्राहम्मण समाज के सुरेन्द्र चतुर्वेदी ने संत समाज से अनुरोध किया कि समाजिक संस्था त्रिशूल शिवगण वाहिनी संतों के बताए मार्ग पर चलकर उज्जैन को पवित्र बनाने के लिए कृत संकपित रहेगी। त्रिशूल शिवगण वाहिनी के संस्थापक एवं पूर्व अपर आयुक्त नगर निगम आदित्य नागर ने बताया कि संस्था के उद्देश्यों यथा- नदियों को पुनर्जीवन, उनकी स्वच्छता, पवित्र नगरी में मास एवं मदिरा का सेवन प्रतिबंधित करने एवं शहर की स्वच्छता मुख्य हैं, को पूर्ण करने के लिए संस्था द्वारा जागरुकता अभियान चलाया जावेगा। प्रतिनिधि मंडल में कमल भावसार, शैलेन्द्र त्रिवेदी, रामगोपाल शर्मा, अरुण शर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति सम्मिलित रहे। धर्मेन्द्र, 25 जून, 2025