मुंबई, (ईएमएस)। यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए, मध्य रेलवे के मुंबई मंडल ने अनियमित यात्रा पर अंकुश लगाने और प्रथम श्रेणी के उपनगरीय यात्रियों बेहतर यात्रा सुविधा को बनाए रखने के लिए सोमवार, 16 जून से उपनगरीय ट्रेनों के प्रथम श्रेणी के कोचों में एक केंद्रित टिकट जाँच अभियान शुरू किया है। दरअसल प्रथम श्रेणी के कोचों में अनधिकृत यात्रा की लगातार मिल रही शिकायतों के कारण, मुंबई मंडल की टिकट जाँच टीमों ने आरपीएफ कर्मियों के साथ मिलकर व्यस्त समय के दौरान उपनगरीय लोकल ट्रेनों के प्रथम श्रेणी के कोचों में रणनीतिक रूप से जांच अभियान किया था। मुख्य मार्ग, हार्बर मार्ग और ट्रांस-हार्बर मार्ग पर ट्रेनों में सुबह और शाम के व्यस्त समय के दौरान प्रथम श्रेणी के कोचों में जाँच की गई। प्रत्येक शिफ्ट में औसतन 41 टिकट जाँच कर्मचारियों और 7 आरपीएफ कर्मियों वाली विशेष टीम ने 16 जून से 24 जून तक 103 उपनगरीय सेवाओं की जाँच की। इस दौरान अनियमित यात्रा के कुल 984 मामले पकड़े गए और 3.18 लाख रुपये का जुर्माना वसूला गया। इस पहल का एक महत्वपूर्ण परिणाम यह था कि निरीक्षण की जा रही ट्रेनों में अनियमित यात्रा में उल्लेखनीय कमी आई, जो कोचों में टिकट निरीक्षकों की मौजूदगी से पैदा हुए मजबूत निवारक प्रभाव को दर्शाता है और टिकट खिड़की की बिक्री से राजस्व में 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई। निरीक्षण अवधि के दौरान प्रथम श्रेणी में अनियमित यात्रा से संबंधित शिकायतों में भी उल्लेखनीय कमी आई। कई प्रथम श्रेणी के यात्रियों ने रेलवे के प्रयासों की सराहना की और कई ने अनधिकृत यात्रियों की पहचान करने और जुर्माना वसूलने में तैनात टिकट निरीक्षकों का समर्थन किया। संजय/संतोष झा- २६ जून/२०२५/ईएमएस