-बौद्ध पर्यटन के चलते किया था निर्माण, रख-रखाव में हो रहे करोड़ों खर्च नई दिल्ली,(ईएमएस)। अभी हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी कुशीनगर हवाई अड्डे पर अपने विमान से उतरे थे, लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि चार साल पहले बने इस कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से कोई भी विमान नहीं उड़ता है। इसका उद्घाटन पीएम मोदी ने 4 साल पहले बौद्ध पर्यटन को लेकर किया था। उम्मीद जताई गई थी कि कम से कम भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण स्थल पर अन्य बुद्धिस्ट देश के श्रद्धालु आएंगे लेकिन ऐसा हुआ नहीं। बता दें हवाई अड्डे में सिर्फ उद्घाटन के समय भारत सरकार की सब्सिडी से एक अंतर्राष्ट्रीय विमान कोलंबो से 125 यात्रियों को लेकर आया था। उसके बाद से इस एयरपोर्ट पर कोई विमान नहीं उतरा। लुम्बिनी, कपिलवस्तु, सारनाथ, श्रावस्ती और गया ये सभी बुद्धिस्ट टूरिस्ट प्लेस है। इस एयरपोर्ट को बनाने का उद्देश्य भी यही था कि यूपी के पर्यटन को इससे बढ़ावा मिलेगा, लेकिन कुशीनगर अंतर्राष्ट्रीय विमानपत्तन अब महज सफेद हाथी साबित हो रहा है। इसके रख रखाव में पांच करोड़ रुपयों से ज़्यादा खर्च हो रहे है। इसके बावजूद यहां से कोई राजस्व की प्राप्ति नहीं हो रही है। आज भी यहां के लोगों को कहीं भी जाना होता है तो उनको गोरखपुर से विमान में उड़ान भनी पड़ती है। मतलब साफ है करोड़ों खर्च करने के बाद भी यहां से विमान सेवा का सुविधा नहीं मिल पा रह है। सिराज/ईएमएस 26 जून 2025