अमेरिका के मुंह पर जोरदार तमाचा मारा... -अमेरिका ने इजरायल को बचाने की कोशिश की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ नई दिल्ली(ईएमएस)। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने गुरुवार को पहली बार सार्वजनिक रूप से बयान देते हुए दावा किया कि उनकी देश ने इजरायल पर जीत दर्ज की है और अमेरिका को भी करारा जवाब दिया है। उन्होंने असल में ऐसा कहा कि ईरान ने अमेरिका के मुंह पर जोरदार तमाचा मारा है। खामेनेई ने यह टिप्पणी युद्धविराम की घोषणा के बाद की, जो अमेरिका की मध्यस्थता से मंगलवार को लागू हुआ था। ईरानी सरकारी टेलीविजन पर टेलिकास्ट की गई एक वीडियो संदेश में खामेनेई ने कहा कि इस्लामी गणराज्य विजयी रहा और बदले में अमेरिका के चेहरे पर तमाचा मारा। उनका यह बयान उन खबरों के बाद आया जिसमें कहा गया था कि ईरान ने सोमवार को कतर स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डे पर मिसाइल हमला किया था। हालांकि, इस हमले में किसी के हताहत होने की खबर नहीं आई। अमेरिका को कोई लाभ नहीं हुआ खामेनेई ने अपने संबोधन में अमेरिका पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने केवल इसलिए हस्तक्षेप किया क्योंकि उसे लगा कि अगर उसने हस्तक्षेप नहीं किया, तो जायोनिस्ट शासन (इजरायल) पूरी तरह तबाह हो जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका को इस युद्ध से कोई लाभ नहीं हुआ। सुप्रीम लीडर खामेनेई 13 जून को युद्ध शुरू होने के बाद से सार्वजनिक रूप से नहीं देखे गए थे। युद्ध की शुरुआत इजरायल द्वारा ईरान के परमाणु ठिकानों और शीर्ष सैन्य वैज्ञानिकों और अधिकारियों पर हमले के साथ हुई थी। उसके बाद से बताया जाता है कि खामेनेई एक गुप्त स्थान पर थे। 19 जून को उन्होंने एक वीडियो संदेश जारी किया था, लेकिन वह उनके बंकर से ही रिकॉर्ड किया गया था। अब गुरुवार को उन्होंने एक और वीडियो संदेश जारी किया, जिसकी पहले से घोषणा ईरानी सरकारी चैनल और उनके सोशल मीडिया पेजों पर की गई थी। इस वीडियो में उन्होंने इजरायल पर जीत के लिए अपने नागरिकों को बधाई दी और कहा कि यह एक ऐतिहासिक पल है जिसमें इस्लामी गणराज्य ने अपने दुश्मनों को साफ संदेश दिया है। ट्रम्प बोले- ईरान ने जंग में बहादुरी दिखाई दूसरी तरफ, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार को नीदरलैंड में नाटो समिट के दौरान कहा कि ईरान ने जंग में बहादुरी दिखाई। ईरान को जंग के बाद नुकसान से उबरने के लिए ऑयल बेचने की जरूरत है। अगर चीन, ईरान से ऑयल खरीदना चाहते हैं तो हमें कोई दिक्कत नहीं है। इससे पहले मंगलवार को समिट के लिए जाते वक्त भी ट्रम्प ने कहा था कि चीन अब ईरान से ऑयल खरीद सकता है, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि चीन अमेरिका से भी ऑयल खरीदेगा। हालांकि व्हाइट हाउस अधिकारी ने साफ किया था कि यह ईरान पर लगे अमेरिकी प्रतिबंधों में राहत का ऐलान नहीं था। विनोद उपाध्याय / 26 जून, 2025