मरम्मत में बारिश बन रही बाधा * वापस लौटे ग्रामीण कोरबा (ईएमएस) एचटीपीपी कोरबा-पश्चिम के हिंडोलभांठा राखड़ बांध के मरम्मत का काम जारी है। बारिश की वजह से मिट्टी व रेत परिवहन में बाधा आ रही है। राखड़ बांध गुरुवार रात को फूट गया था। इसकी वजह से राखड़युक्त पानी खेतों में भर गया। हिंडोलभांठा के आश्रित ग्राम के 44 ग्रामीणों को सामुदायिक भवन में ठहराया था। अब ग्रामीण लौट आए हैं। बिजली उत्पादन कंपनी का हिंडोलभांठा छिरहुट में राखड़ बांध है। गुरुवार को तटबंध के नीचे पत्थर की पिचिंग खिसकने की वजह से लीकेज हो रहा था। बारिश का पानी बांध में भरने पर प्रेशर के कारण नीचे का हिस्सा फूट गया था। शुक्रवार से ही मरम्मत काम शुरू करा दिया था, लेकिन शनिवार को दिनभर बारिश के कारण काम प्रभावित रहा। अधिकारियों की टीम मौके पर ही डटी रही। बांध जाने वाले मार्ग पर राखड़ पट गई है। इसे हटाया गया। रेत व मिट्टी को बोरी में भरकर तटबंध को सुरक्षित किया जा रहा है। * 24 घंटे में 4.3 मिमी बारिश, दर्री बराज से नदी में छोड़ा पानी कोरबा जिले में शनिवार को दिन में स्क-रुककर बारिश होती रही। 24 घंटे में 4.3 मिली मीटर औसत बारिश रिकार्ड की गई है। सबसे अधिक बरपाली तहसील में 25.3 मिली मीटर बारिश हुई है। पानी की आवक अधिक होने से दूसरे दिन भी दर्दी बराज का गेट खोलकर नदी में 2799 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। तापमान भी दो डिग्री गिरकर 29 पर पहुंच गया है। मौसम विभाग ने अभी रोज बारिश होने की संभावना जताई है। मानसून की रफ्तार बढ़ गई है। अलग-अलग क्षेत्र में कहीं काम तो कहीं अधिक बारिश हो रही है। इसकी वजह से मौसम ठंडा हो गया है। बारिश की वजह से आम जनजीवन पर भी प्रभाव पड़ा है। कई स्थानों पर सड़क किनारे पानी भर गया। ऊपरी हिस्से में बारिश होने के कारण बराज से रोज पानी छोड़ने की नौबत आ रही है। सुबह गेट नंबर 7 को दो फीट खोला गया। इसकी वजह से नीचे नदी का जलस्तर बढ़ा हुआ था। बांगो बांध में भी अभी 19 से 20 मिलियन घन मीटर पानी आ रहा है, लेकिन जल स्तर अभी भी 344.30 मीटर पर बना हुआ है। अभी भरने के लिए 15 मीटर पानी और भराव की जरूरत है। अभी तक बांध में 114.19 मिलियन घन मीटर पानी आ चुका है। 1 जून से अभी तक जिले में 134.5 मिली मीटर औसत बारिश हो चुकी है। * एचटीपीपी प्रबंधन को नोटिस जारी किया जाएगा-पी.एस. पांडेय दूसरी ओर पर्यावरण संरक्षण मंडल ने राखड़ बांध फूटने के मामले में नोटिस जारी करने का निर्णय लिया है। क्षेत्रीय पर्यावरण अधिकारी पी.एस. पांडेय का कहना है कि मामले में जानकारी ली जा रही है। इसके बाद एचटीपीपी प्रबंधन को नोटिस जारी किया जाएगा। 29 जून / मित्तल