मुजफ्फरपुर (ईएमएस)। शहर में एक हैरान कर देने वाली वारदात सामने आई है, जहां बाइक सवार लुटेरों ने एक सिविल इंजीनियर गोविंद शर्मा को लूटने के प्रयास में गोली मार दी। हैरानी की बात यह है कि गोली लगने का अहसास गोविंद को तुरंत नहीं हुआ और वो करीब 2 किलोमीटर तक अपनी बाइक चलाकर आगे बढ़ गया। यह घटना शाहपुर मरीचा के पास उस समय हुई जब इंजीनियर गोविंद शर्मा अपने ननिहाल जा रहे थे। वे मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं और बेंगलुरु में एक निजी कंपनी में कार्यरत हैं। गोविंद ने बताया कि तीन बाइक सवार लुटेरे काफी देर से उसका पीछा कर रहे थे। जैसे ही वह सुनसान जगह पर पहुंचा, लुटेरों ने उसे घेर लिया और सोने की चेन छीनने की कोशिश की। गोविंद ने बहादुरी दिखाते हुए लुटेरों से भिड़ गए और उनसे हाथापाई की। इसी दौरान लुटेरों ने चेन छीनने में असफल होकर उसकी कमर में पीछे से गोली मार दी और फरार हो गए। गोली लगने के बावजूद गोविंद को इसका एहसास नहीं हुआ। वह बाइक चलाकर करीब दो किलोमीटर आगे बढ़ गए। रास्ते में राहगीरों ने जब उनकी कमर से खून बहते देखा, तब उन्हें पता चला कि उन्हें गोली लगी है। घायल इंजीनियर को तुरंत एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर उनकी कमर से गोली सफलतापूर्वक निकाल ली है। फिलहाल उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है। पीड़ित ने घटना की जानकारी पुलिस को दी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। एसडीपीओ अनिमेश चंद्रा ज्ञानी ने बताया कि पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और लुटेरों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। एफआईआर दर्ज कर ली गई है और पुलिस को जल्द ही लुटेरों को पकड़ने की उम्मीद है। बहादुरी की मिसाल बना इंजीनियर इस घटना में गोविंद शर्मा की बहादुरी को लोग सराहना की नजर से देख रहे हैं। अकेले लुटेरों से भिड़ना और गोली लगने के बाद भी होश में रहकर खुद को बचाना, एक असाधारण साहसिक कदम माना जा रहा है।