महेंद्रगढ़,(ईएमएस)। एक और जहां बिजली के तार बदलने के नाम पर निगम आम उपभोक्ताओं पर तार बदलने का खर्च वसूलती है, वहीं शहर में एक निजी स्कूल संचालक पर विभाग के अधिकारी जरूरत से ज्यादा ही मेहरबान हैं। विभाग अधिकारियों ने स्कूल संचालक पर मेहरबानी दिखाकर 11 केवी नांगल माला महेंद्रगढ़ 220 केवी की लाइन को बदलने पर तीन लाख 32 हजार 770 रुपये खर्च कर सरकार के खजाने पर बोझ डालने में कोई संकोच नहीं किया। इस घटना में बिजली विभाग के अधिकारियों ने मिली भगत करके सरकार को लाखों रुपये की चपत लगा दी है। अब मामला दबाने में लगे है। आम आदमी के घरों के ऊपर से वर्षों से बिजली के तार लगे हुए हैं, परंतु उन पर निगम कभी भी ध्यान नहीं देता। लेकिन स्कूल संचालक पर अधिकारी कुछ ज्यादा ही मेहरबान दिखे। बिजली निगम के नियमानुसार किसी की भी व्यक्तिगत संपत्ति के ऊपर से यदि कोई लाइन जा रही है, तब उसका खर्च संपत्ति के मालिक द्वारा उठाया जाता है, परंतु अधिकारियों द्वारा मिली भगत करके इस लाइन को आनंद-फानन में शिफ्ट किया गया। इसके लिए कौन जिम्मेवार है किसके दबाव में सरकार को यह चपत लगाई गई। यह जांच का विषय है कि यह मामला सामने आ गया परंतु इस प्रकार के अनेक मामले अधिकारियों द्वारा इसी प्रकार मिली भक्त करके व्यक्तिगत संपत्ति को सार्वजनिक दिखाकर एस्टीमेट बनाकर लाइन शिफ्ट कर दी जाती है। आशीष दुबे / 30 जून 2025