-यूएनएड्स के सलाहकार ने कहा- स्वास्थ्य सिस्टम को बेहतर बनाने की जरूरत सुवा (ईएमएस)। फिजी में पिछले साल एचआईवी की वजह से 126 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें 8 बच्चे भी थे। लाबासा में फिजी मेडिकल एसोसिएशन की बैठक में यूएनएड्स के प्रशांत सलाहकार ने ये चिंताजनक आंकड़े जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि हमें ऐसे स्वास्थ्य सिस्टम की बेहद जरूरत है जो मजबूत, जिम्मेदार और नए तरीकों से काम करने वाले हों ताकि एचआईवी बीमारियों से बेहतर तरीके से निपटा जा सके। सलाहकार ने कहा कि फिजी में एचआईवी की स्थिति खराब हो रही है। इसलिए इस साल की कॉन्फ्रेंस का विषय फिजी में हेल्थकेयर के मानकों को मजबूत बनाना है। उन्होंने बताया कि फिजी में 2024 में सबसे ज्यादा एचआईवी के नए मामले सामने आए। 1,583 नए लोग एचआईवी पॉजिटिव पाए गए। यह 2023 की तुलना में 281 फीसदी ज्यादा है, जिसमें 415 मामले देखे गए थे। 2018 के मुकाबले यह संख्या 500 फीसदी से भी ज्यादा है, क्योंकि तब सिर्फ 131 मामले सामने आए थे। 2024 में एचआईवी के 1,583 मामलों में से 1,542 वयस्क थे, लेकिन सबसे ज्यादा चिंता बच्चों के 41 मामलों को लेकर थी। इनमें से 32 बच्चे अपनी मां से एचआईवी संक्रमित हुए। यह संख्या 2023 के मुकाबले करीब चार गुना ज्यादा है, जब सिर्फ 11 बच्चों में एचआईवी मिले थे। सलाहकार ने जोर देकर कहा कि ये बढ़े हुए नंबर सिर्फ बेहतर टेस्टिंग की वजह से नहीं हैं। ये सच में एचआईवी के मामलों में असली तेजी से बढ़ोतरी को दिखाते हैं। उन्होंने बताया कि ज्यादातर लोगों को एचआईवी बहुत देर से पता चलता है, तब तक बीमारी काफी बढ़ चुकी होती है। इसका मतलब है कि रोकथाम, जांच और इलाज की सुविधाएं लोगों तक समय पर नहीं पहुंच पा रही हैं। नए एचआईवी मामलों में से आधे से ज्यादा मामले युवा लोगों के बीच के हैं। इसके पीछे इंजेक्शन से नशा करने और यौन व्यवहार बढ़ रहा है, लेकिन ये बातें अक्सर लोगों को शर्म या डर के कारण छुपा लेनी पड़ती हैं। उन्होंने कहा कि यह समस्या सिर्फ स्वास्थ्य की नहीं है। यह समाज की बड़ी समस्याएं भी दिखाती है, जैसे गरीबी, महिलाओं के साथ हिंसा, और इलाज पाने में भेदभाव। उन्होंने फिजी सरकार की तारीफ की। उन्होंने कहा कि सरकार ने हाल ही में एचआईवी से लड़ने के लिए 10 मिलियन फिजी डॉलर का बजट रखा है। यह एक जरूरी कदम है, जो दिखाता है कि सरकार लोगों की सेहत और सम्मान की रक्षा करने के लिए गंभीर है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग से अपील की कि वह देसी और आधुनिक दवाइयों के बीच बेहतर संबंध बनाएं, ताकि लोग विश्वास करें और जल्दी से इलाज शुरू कर सकें। सिराज/ईएमएस 01जुलाई25