बस संचालकों ने अपनी समस्याएं बताते हुए कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन, रखी मांग फोटो गु्रप में छिदंवाड़ा (ईएमएस)। परिवहन विभाग व यातायात विभाग द्वारा बैठक कर शहर पर बसों को ना रोकन के आदेश पर बुधवार को बस संचालकों द्वारा अपनी समस्याएं बताते हुए कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा है। बस संचालकों ने ज्ञापन में बताया है कि वर्तमान में छिंदवाड़ा से नागपुर, अमरावती, सारणी, पिपरिया, नरसिंहपुर, पांढुर्ना, सिवनी, बालाघाट और जिले की अन्य तहसीलों के बीच दर्जनों बसें रोजाना संचालन कर रही हैं। इन बसों से मध्यम और निम्न वर्गीय यात्री, विशेष रूप से कोर्ट-कचहरी, कृषि कार्य, कॉलेज-स्कूल आने-जाने वाले छात्र-छात्राएं और दिव्यांग जन यात्रा करते हैं। जोकि बस स्टैंड से बस निकलने के अपने घरों, कार्यालय के पास से बस पकड़ते है। ऐसे में वह हमे रोकते है। बस ना रोकने पर विवाद की स्थिति निर्मित होती है। इस वजह से हमे बसों को रोकना पड़ता है। बस संचालकों ने मांग की है कि सीटी बसों की तरह शहर में भी कुछ घोषित स्टॉप बना दिए जाएं ताकि हम वहां बस रोक कर यात्रियों को बैठा सके। बस संचालकों ने बताया है कि नरसिंहपुर नाका, विवेकानंद कॉलोनी, चंदनगांव, कुंडीपुरा, रेलवे स्टेशन, परासिया रोड, बैतूल रोड जैसे क्षेत्रों के यात्री रास्ते में बसों को रोककर चढ़ने-उतरने की मांग करते हैं। कई बार गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग और स्कूली छात्र बस में चढ़ने की मांग करते हैं। ऐसी मानवीय परिस्थितियों में चालक-परिचालक को मजबूरन बस रोकनी पड़ती है। एसोसिएशन ने प्रशासन से मांग की है कि यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए चिह्नित स्टॉपेज निर्धारित किए जाएं। गौरतलब है कि क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी और ट्रैफिक प्रभारी द्वारा सोमवार को सभी बस संचालकों की बैठक बुलाई गई थी। जिसमें स्पष्ट निर्देश दिए गए कि बसें मानसरोवर या दीनदयाल बस स्टैंड से निकलने के बाद शहर में कहीं भी अनधिकृत स्टॉपेज नहीं बनाए जाएं। यदि ऐसा किया गया तो संबंधित वाहनों के परमिट निलंबन, वाहन जब्ती अथवा जुर्माना जैसी कठोर कार्यवाही की जाएगी। ईएमएस/मोहने/ 02 जुलाई 2025