नई दिल्ली (ईएमएस)। भारत की 14 प्रमुख कार कंपनियों ने वित्त वर्ष 2025 में कुल 43,20,696 कारें बेचीं। इन कारों में पेट्रोल, डीजल और सीएनजी गाड़ियों का दबदबा रहा। सबसे ज्यादा पेट्रोल गाड़ियां बिकीं, जिनकी बिक्री 24,84,331 यूनिट रही और इसका मार्केट शेयर 57.5प्रतिशत रहा। पेट्रोल कारों की लोकप्रियता का कारण इनकी कीमत, हर बजट में मौजूद विकल्प, आसान मेंटेनेंस और भरोसेमंद इंजन हैं। मारुति सुजुकी ने सबसे ज्यादा 11,48,363 पेट्रोल कारें बेचीं और इस सेगमेंट में अपनी मजबूत पकड़ साबित की। दूसरी ओर, सीएनजी कारों की मांग ने डीजल को पीछे छोड़ दिया। कम खर्च और खासकर शहरों में बढ़ती मांग की वजह से सीएनजी गाड़ियों की बिक्री 8,38,546 यूनिट तक पहुंच गई, जो कुल बिक्री का 19.4प्रतिशत हिस्सा रही। इसमें मारुति सुजुकी ने 5,91,730 यूनिट्स बेचकर सबसे आगे रही, जबकि टाटा, हुंडई और टोयोटा भी इस सेगमेंट में मौजूद रहे। डीजल गाड़ियों की लोकप्रियता हालांकि घटी है, लेकिन एसयूवी सेगमेंट में इनका वजूद बरकरार है। वित्त वर्ष 2025 में 7,73,303 डीजल गाड़ियां बिकीं और इसका मार्केट शेयर 18प्रतिशत रहा। महिंद्रा ने 4,25,329 यूनिट्स बेचकर डीजल सेगमेंट में अपनी मजबूत स्थिति बनाई। ईवी की कुल बिक्री 1,15,716 यूनिट रही, जो 2.7प्रतिशत मार्केट शेयर है, जिसमें टाटा मोटर्स सबसे आगे रही। वहीं हाइब्रिड गाड़ियों की बिक्री 1,04,800 यूनिट्स तक सीमित रही और इनका मार्केट शेयर 2.4 प्रतिशत रहा। कीमत ज्यादा और माइलेज फायदा सीमित होने के कारण डिमांड कम रही। इस सेगमेंट में टोयोटा ने 82,848 गाड़ियां बेचकर सबसे बड़ी हिस्सेदारी हासिल की, जबकि मारुति और होंडा भी इसमें शामिल हैं। बता दें कि इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बिक्री में भी बढ़ोतरी हुई है। सरकार की सब्सिडी और चार्जिंग नेटवर्क के विस्तार से ईवी बाजार धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ रहा है। सुदामा/ईएमएस 04 जुलाई 2025