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04-Jul-2025
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पाकिस्तान से हम फ्रंटलाइन पर लड़ रहे नई दिल्ली (ईएमएस)। भारतीय सेना के उप प्रमुख (डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ) लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर. सिंह ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से मिले महत्वपूर्ण सैन्य सबक को साझा किया। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा संघर्ष था जिसने आधुनिक युद्ध की असल चुनौतियों को हमारे सामने रखा। एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, “हमारी एक सीमा थी, लेकिन दुश्मन तीन देश पाकिस्तान, चीन और तुर्किये। पाकिस्तान से हम फ्रंटलाइन पर जंग लड़ रहे थे, लेकिन उसके 81 प्रतिशत सैन्य संसाधन चीनी थे और उसे हरसंभव मदद भी चीन से मिल रही थी। वहीं तुर्किये ने पाकिस्तान को बैराकटर जैसे एडवांस ड्रोन उपलब्ध कराए। जो कि हमारे लिए बड़ी चिंता का सबक थे। लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने खुलासा किया कि डीजीएमओ स्तर की बातचीत के दौरान पाकिस्तान को हमारी गतिविधियों के लाइव अपडेट मिल रहे थे, जिससे यह साफ हुआ कि हमें एयर डिफेंस और साइबर सुरक्षा के मोर्चे पर कहीं ज्यादा मजबूत होने की जरूरत है। इन दोनों मोर्चों पर तेजी से काम करना होगा। उन्होंने कहा, “कुछ साल पहले जैसी स्थितियों को अब हम दुबारा सहन नहीं कर सकते। नेतृत्व का संदेश बिल्कुल स्पष्ट था कि इस बार लक्ष्य चुनना, प्लानिंग और ह्यूमन इंटेलिजेंस, सभी कुछ डेटा और तकनीक पर आधारित था। हमारी सेना ने कुल 21 संभावित लक्ष्यों में से 9 को अंतिम रूप से चुना और सफलतापूर्वक निशाना बनाया।” इस मौके पर लेफ्टिनेंट जनरल राहुल सिंह ने एयर डिफेंस की भूमिका को सबसे अहम बताया। उन्होंने कहा, “इस बार दुश्मनों ने हमारे पॉपुलेशन सेंटर्स पर ध्यान नहीं दिया, लेकिन अगली बार ऐसा हो सकता है। इसके लिए हमें काउंटर-रॉकेट, आर्टिलरी और ड्रोन सिस्टम को और मजबूत करना होगा। जोकि हमारी पहली और सर्वाच्च प्राथमिकता में शामिल रहेगा। उन्होंने आगाह किया कि आधुनिक युद्ध अब केवल सीमा पर नहीं लड़ा जाता, बल्कि साइबर, इलेक्ट्रॉनिक और तकनीकी मोर्चों पर भी इसकी लड़ाई जारी रहती है। भारत को इन क्षेत्रों में अत्याधुनिक रक्षा उपकरण, तेजी से डेटा प्रोसेसिंग, और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित निर्णय लेने की क्षमता को प्राथमिकता देनी होगी। अपने भाषण का समापन करते हुए डिप्टी डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ ने कहा कि “ऑपरेशन सिंदूर हमें यह सिखाता है कि अगली बार दुश्मन अधिक आक्रामक और अप्रत्याशित हो सकता है। हमें ज्यादा तेज़, स्मार्ट और घातक रणनीति के साथ तैयार रहना होगा।” आशीष दुबे / 04 जुलाई 2025