05-Jul-2025


कवर्धा(ईएमएस)। छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में आठ साल पुरानी एक सनसनीखेज दोहरे हत्याकांड की गुत्थी आखिरकार पुलिस ने सुलझा ली है। 3 अप्रैल 2017 को जिला अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर दंपत्ति—डॉ. गणेश सूर्यवंशी और उनकी पत्नी डॉ. उषा सूर्यवंशी की घर के भीतर खून से लथपथ लाश मिलने से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया था। अब इस हाई प्रोफाइल हत्याकांड के पीछे का सच सामने आया है—डॉक्टर दंपत्ति का ही पूर्व ड्राइवर सत्यप्रकाश साहू इस जघन्य वारदात का जिम्मेदार निकला। एसपी धर्मेन्द्र सिंह छवाई की टीम ने तकनीकी जांच और कड़ी निगरानी के बाद आरोपी को धर दबोचा, जिसने पूछताछ में पूरे मामले की परतें खोल दीं। पुलिस के मुताबिक, सत्यप्रकाश ने डॉक्टर गणेश की हत्या की थी, जबकि डॉक्टर गणेश ने खुद अपनी पत्नी की जान ली थी। पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी ड्राइवर सत्यप्रकाश साहू ने डॉक्टर गणेश को 1.5 लाख रुपये उधार दिए थे और वसूली के लिए वह 3 अप्रैल की रात डॉक्टर के घर पहुंचा। उसी समय पति-पत्नी के बीच झगड़ा चल रहा था। बहस इतनी बढ़ गई कि डॉक्टर ने गुस्से में आकर दरवाजे को रोकने वाले पत्थर से अपनी पत्नी के सिर पर हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायल पत्नी ने भी बचाव में प्रतिकार किया, लेकिन डॉक्टर ने दोबारा वार कर उसकी हत्या कर दी। इस भयावह दृश्य को देखकर ड्राइवर घबरा गया। उसे लगा कि डॉक्टर कहीं उस पर भी हमला न कर दे। इसी डर में उसने डॉक्टर को धक्का देकर गिराया और फिर पत्थर से सिर कुचलकर उसकी भी जान ले ली। हत्या के बाद आरोपी ने घटनास्थल को साफ करने की कोशिश की और दोनों शवों को घर के आंगन तक खींचकर रखा। फिर सुबह तड़के 5 बजे वह बस से दुर्ग फरार हो गया। जाते समय वह डॉक्टर का मोबाइल फोन भी ले गया, जिसे बाद में गंडई में 1900 रुपये में गिरवी रख दिया। इन आठ वर्षों में कई अफसर आए और चले गए, परंतु यह मामला नहीं सुलझ सका। आखिरकार, एसपी धर्मेन्द्र सिंह छवाई ने जब जिले की कमान संभाली तो उन्होंने मामले को प्राथमिकता देते हुए टेक्निकल एनालिसिस और पुराने रिकॉर्ड की बारीकी से जांच शुरू की। इसी के चलते आरोपी तक पुलिस की पहुंच बन सकी। पुलिस जांच में यह भी खुलासा हुआ कि डॉक्टर दंपत्ति के बीच लंबे समय से पारिवारिक तनाव चल रहा था। दोनों अलग-अलग कमरों में सोते थे और संबंधों में खटास थी। यही वजह रही कि घटना की रात किसी प्रकार का प्रतिरोध या बचाव नहीं हो सका। इस बहुचर्चित हत्याकांड के आरोपी की गिरफ्तारी के लिए आईजी रेंज ने 30 हजार रुपये और एसपी ने 10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। आठ वर्षों की लंबी छानबीन के बाद पुलिस ने आखिरकार आरोपी को पकड़ने में सफलता हासिल की, जिससे पीड़ित परिवार और पूरे जिले को बड़ी राहत मिली है। सत्यप्रकाश(ईएमएस)05 जुलाई 2025