मुंबई, (ईएमएस)। महाराष्ट्र की वरिष्ठ महिला आईपीएस अधिकारी रश्मि करंदीकर के पति पुरुषोत्तम चव्हाण को मुंबई पोर्ट ट्रस्ट (बीपीटी) की जमीन पर रियायती दर पर भूखंड दिलाने का झूठा वादा कर करोड़ों रूपये की ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अब धोखाधड़ी के इस दूसरे मामले में मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा दर्ज की गई इस नई एफआईआर पर ईसीआईआर भी ली है। - पहले भी गिरफ्तार हुए हैं पुरुषोत्तम चव्हाण पिछले साल मई महीने में ईडी ने 263 करोड़ रुपये के कथित टीडीएस घोटाले में पुरुषोत्तम चव्हाण को गिरफ्तार किया था। उसके बाद फरवरी 2025 में ईओडब्ल्यू ने चव्हाण और उनके सहयोगियों के खिलाफ धोखाधड़ी के दो नए मामले दर्ज किए हैं। मुंबई, ठाणे और पुणे में सरकारी कोटे के मकान डिस्काउंट पर दिलाने का लालच देकर 20 लोगों से 24 करोड़ 78 लाख रुपये की ठगी करने के मामले में उन्हें पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका करंदीकर के बैंक खाते में 2 करोड़ 64 लाख रुपए मिले। पुरुषोत्तम चव्हाण ने यह पैसा शेयर बाजार में लगाया। हालांकि, दावा किया गया कि इसमें घाटा हुआ। आर्थिक अपराध शाखा ने इस संबंध में पुलिस महानिदेशक को भी पत्र लिखा है। पता चला कि इन बैंक खातों का संचालन करंदीकर के पति पुरुषोत्तम चव्हाण कर रहे थे। - क्या है नया मामला पुरुषोत्तम चव्हाण पर सूरत के एक व्यापारी को सस्ते दाम पर सरकारी प्लॉट दिलाने का वादा कर उससे 7 करोड़ 42 लाख रुपए ऐंठने का आरोप है। इसके अलावा पुरुषोत्तम चव्हाण और उसके साथियों ने व्यापारी को नासिक पुलिस ट्रेनिंग अकादमी में प्रशिक्षण के लिए दी जाने वाली टी-शर्ट का ठेका दिलाने का भी लालच दिया था। इस व्यापारी की शिकायत के अनुसार चव्हाण के खिलाफ धोखाधड़ी का नया मामला दर्ज किया गया है। पहले मामले में गिरफ्तारी के बाद न्यायिक हिरासत में रहे चव्हाण को इस दूसरे मामले में भी गिरफ्तार किया गया है। पुरुषोत्तम चव्हाण ने अपने साथियों के साथ मिलकर गुजरात के कुछ व्यापारियों को भिवंडी, पुणे, पनवेल और शिवरी में सस्ते दामों पर सरकारी मकान और प्लॉट देने का वादा किया था। आरोप है कि इसके लिए मुंबई पोर्ट ट्रस्ट और सरकार की कुछ सरकारी जमीनों के फर्जी दस्तावेज और अनुबंध बनाकर उनसे ठगी की गई। स्वेता/संतोष झा- ०५ जुलाई/२०२५/ईएमएस