05-Jul-2025
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इन्दौर (ईएमएस)। गीता भवन सत्संग सभागृह में चल रहे भागवत ज्ञान यज्ञ में आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी प्रणवानंद सरस्वती ने शनिवार को कहा कि श्रीमद् भागवत केवल एक कालजयी ग्रंथ नहीं, बल्कि यह हमारे मन की ग्रंथियों का ताला खोलने की मास्टर-की है। उन्होंने कहा कि भागवत ऐसी चाबी है, जिससे दुनिया की प्रत्येक समस्या का समाधान हो सकता है, क्योंकि इसकी रचना स्वयं भगवान श्रीकृष्ण ने की है, और भगवान की वाणी प्राणी मात्र के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करती है। भागवत कथा में वृंदावन से आए भजन गायकों और संगीतज्ञों की प्रस्तुतियाँ भक्तों को प्रतिदिन मंत्रमुग्ध कर रही हैं। कथा शुभारंभ से पूर्व, व्यासपीठ का पूजन गीता भवन ट्रस्ट के अध्यक्ष राम ऐरन, मंत्री रामविलास राठी सहित अन्य सदस्यों ने किया। :: आज मनेगा श्रीकृष्ण जन्मोत्सव ; कल गोवर्धन पूजा :: रविवार (6 जुलाई) को कथा में भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा, जिसकी व्यापक तैयारियाँ की गई हैं। वहीं, सोमवार (7 जुलाई) को गोवर्धन पूजा का उत्सव मनाया जाएगा। गीता भवन में कथा का यह क्रम 9 जुलाई तक प्रतिदिन दोपहर 3:30 बजे से शाम 6:30 बजे तक चलेगा। :: धर्मग्रंथों का महत्व और भागवत का संदेश :: महामंडलेश्वर स्वामी प्रणवानंद सरस्वती ने आगे कहा कि दुनिया में प्रत्येक जीव अपना भाग्य लेकर आता है और भगवान किसी को भी खाली हाथ नहीं बुलाते। जन्म भले ही खाली हाथ होता है, लेकिन मनुष्य अपने पुरुषार्थ, सूझबूझ और व्यवहार से स्वयं को आगे बढ़ाता है। उन्होंने बताया कि भागवत, गीता, रामायण, वेद और उपनिषद जैसे धर्मग्रंथ केवल भारत भूमि में ही मिलते हैं, और पश्चिमी देशों के अनेक विद्वान भी इन पर डॉक्टरेट कर रहे हैं। स्वामी जी ने जोर दिया कि भगवान के सामने कोई पक्षपात या भेदभाव नहीं चलता, और भागवत वह ग्रंथ है जो प्रत्येक जीव को सद्गुणों से श्रृंगारित कर उसकी सभी समस्याओं का समाधान करता है। प्रकाश/5 जुलाई 2025 संलग्न चित्र- व्यासपीठ का पूजन करते श्रद्धालु।