नई दिल्ली(ईएमएस)। तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा का आज 90वां जन्मदिन है। इस मौके पर उन्होंने दुनिया भर के अपने अनुयायियों को एक भावुक संदेश दिया। उन्होंने खुद को एक ‘साधारण बौद्ध भिक्षु’ बताया और करुणा, सौहार्द और आंतरिक शांति के महत्व पर जोर दिया। हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में आयोजित समारोह में सैकड़ों अनुयायियों की मौजूदगी में दलाई लामा ने कहा कि भले ही वे व्यक्तिगत रूप से जन्मदिन नहीं मनाते, लेकिन यदि ऐसे अवसरों पर दूसरों की भलाई के लिए काम किया जाए तो वह उन्हें महत्व देते हैं। दलाई लामा ने जन्मदिन समारोह में यह भी आशा जताई कि वे 130 वर्ष तक जीवित रह सकें ताकि बुद्ध के सिद्धांतों और मानवता की सेवा को जारी रख सकें। उन्होंने 1959 में तिब्बत से निर्वासन के बाद भारत में अपने जीवन के अनुभव साझा करते हुए कहा कि धर्मशाला में रहते हुए वह लोगों की सेवा करते रहेंगे और मानसिक शांति तथा करुणा के माध्यम से दुनिया को सकारात्मक दिशा देने का प्रयास करते रहेंगे। अमेरिका ने भी दलाई लामा को उनके 90वें जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं और तिब्बती समुदाय के धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार का समर्थन करते हुए कहा कि उन्हें अपने धार्मिक नेताओं को ‘बिना किसी हस्तक्षेप’ के चुनने का अधिकार होना चाहिए। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने एक बयान में कहा, अमेरिका उनके 90वें जन्मदिन पर परम पूज्य दलाई लामा को शुभकामनाएं देता है। दलाई लामा एकता, शांति और करुणा का संदेश देकर लोगों को लगातार प्रेरित करते हैं। दलाई लामा ने अपने संदेश में कहा, ‘मेरे 90वें जन्मदिन के अवसर पर मुझे यह जानकर खुशी हुई कि दुनिया भर में, विशेष रूप से तिब्बती समुदायों में, लोग इस अवसर को करुणा, सौहार्द और परोपकार के संदेश को आगे बढ़ाने के लिए उपयोग में ला रहे हैं। मैं खुद को सिर्फ एक साधारण बौद्ध भिक्षु मानता हूं। मैं सामान्यतः जन्मदिन नहीं मनाता, लेकिन चूंकि आप लोग इस दिन को लेकर आयोजन कर रहे हैं, इसलिए मैं कुछ विचार साझा करना चाहता हूं।’ उन्होंने कहा, ‘जहां भौतिक विकास आवश्यक है, वहीं मानसिक शांति प्राप्त करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। यह तभी संभव है जब हम एक अच्छे दिल के साथ जीवन जिएं और केवल अपनों के लिए ही नहीं, बल्कि सभी प्राणियों के लिए करुणा रखें। इसी के माध्यम से दुनिया को एक बेहतर स्थान बनाया जा सकता है। वीरेंद्र/ईएमएस/06जुलाई2025