राष्ट्रीय
07-Jul-2025
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-मुइज्जू ने पिछले साल प्रधानमंत्री को इस अवसर के लिए किया था आमंत्रित नई दिल्ली,(ईएमएस)। पीएम नरेंद्र मोदी 26 जुलाई को मालदीव जा सकते हैं। यह नवंबर 2023 में राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के पदभार संभालने के बाद से मालदीव की उनकी पहली यात्रा होगी। पीएम मोदी के मालदीव के स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने की संभावना है। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने पिछले साल 2024 में पीएम मोदी को इस अवसर के लिए आमंत्रित किया था, जिसे हाल ही में मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला खलील ने अपनी भारत यात्रा के दौरान दोहराया। यह संभावित यात्रा भारत और मालदीव के बीच संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम साबित होगी। बता दें मुइज्जू की इंडिया आउट नीति और भारतीय सैन्य कर्मियों की वापसी की मांग के कारण मालदीव और भारत के बीच कुछ समय तक तनाव रहा था। हालांकि हाल के महीनों में मालदीव ने भारत के साथ अपने संबंधों को बेहतर करने की दिशा में कई कदम उठाए हैं। मुइज्जू ने पिछले साल अक्टूबर में भारत की यात्रा की थी, जहां दोनों देशों ने द्विपक्षीय संबंधों को व्यापक आर्थिक और समुद्री सुरक्षा साझेदारी में बदलने पर सहमति जताई थी। भारत ने मालदीव की वित्तीय चुनौतियों से निपटने के लिए 30 बिलियन रुपए और 400 मिलियन डॉलर की द्विपक्षीय मुद्रा स्वैप समझौते के तहत सहायता प्रदान करने का भी फैसला लिया था। मालदीव हर साल 26 जुलाई को अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता है, जो 1965 में ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त करने की याद दिलाता है। इस दिन रंगारंग परेड, राष्ट्रीय कैडेट कोर और राष्ट्रीय सुरक्षा सेवा की प्रस्तुतियां, स्कूली बच्चों द्वारा सांस्कृतिक प्रदर्शन और झंडा फहराया जाता है। यह आयोजन मालदीव की राजधानी माले में होता है। 2025 में यह मालदीव का 60वां स्वतंत्रता दिवस होगा, जिसे और भी खास बनाने के लिए भारत के पीएम मोदी की उपस्थिति को अहम माना जा रहा है। बता दें कि 2025 में भारत और मालदीव के राजनयिक संबंधों की भी 60वीं वर्षगांठ है। मालदीव हिंद महासागर क्षेत्र में भारत का एक अहम रणनीतिक साझेदार है। इस संभावित यात्रा के दौरान पीएम मोदी भारत द्वारा समर्थित परियोजनाओं का उद्घाटन कर सकते हैं, जिसमें ग्रेटर माले कनेक्टिविटी परियोजना शामिल है। यह परियोजना माले को विलिंगिली, गुल्हीफाल्हु और थिलाफुशी से जोड़ने वाली भारत द्वारा वित्त पोषित एक महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजना है। भारत ने इस परियोजना के लिए 400 मिलियन डॉलर की लाइन ऑफ क्रेडिट और 100 मिलियन डॉलर का अनुदान प्रदान किया है। बता दें मालदीव के विदेश मंत्री खलील इस साल तीन बार भारत आए, जो दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने की मालदीव की मंशा को दर्शाता है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी खलील के साथ मुलाकात के दौरान भारत की मालदीव के विकास और प्रगति के प्रति प्रतिबद्धता दोहराई थी। यह यात्रा यदि होती है, तो मुइज्जू के कार्यकाल में पीएम मोदी की मालदीव की पहली यात्रा होगी। सिराज/ईएमएस 07 जुलाई 2025