राज्य
11-Jul-2025
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रायपुर(ईएमएस)। छत्तीसगढ़ सरकार नक्सल हिंसा का रास्ता छोड़कर समाज की मुख्यधारा में लौटने वाले पूर्व नक्सलियों के पुनर्वास को लेकर गंभीर और संवेदनशील प्रयास कर रही है। राज्य सरकार न केवल आत्मसमर्पित नक्सलियों को सुरक्षा और आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है, बल्कि उन्हें एक सम्मानजनक पारिवारिक जीवन देने की दिशा में भी कदम उठा रही है। इसी कड़ी में सरकार अब उन आत्मसमर्पित नक्सल दंपत्तियों को संतान सुख का अवसर देने की पहल कर रही है, जिनकी माओवादी संगठन में रहते हुए जबरन नसबंदी कर दी गई थी। जानकारी के अनुसार, प्रतिबंधित संगठनों में रहते हुए माओवादियों को परिवार और संतानोत्पत्ति की अनुमति नहीं होती, जिसके चलते कई दंपत्तियों की इच्छा के विरुद्ध स्थायी नसबंदी कर दी जाती थी। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि राज्य सरकार अब ऐसे पूर्व नक्सलियों को टेस्ट ट्यूब बेबी (आईवीएफ) जैसी आधुनिक प्रजनन तकनीक की सुविधा प्रदान करेगी, जिससे वे भी माता-पिता बनने का सुख पा सकें। यह सुविधा उन्हें आत्मसमर्पण के बाद पुनर्वास केंद्रों में ही उपलब्ध कराई जाएगी। इसके अतिरिक्त सरकार उन अविवाहित युवाओं के लिए भी प्रयासरत है, जिन्होंने नक्सली संगठनों का दामन छोड़ मुख्यधारा को अपनाया है। महिला एवं बाल विकास विभाग के सहयोग से ऐसे आत्मसमर्पित युवाओं के सामूहिक विवाह का आयोजन किया जाएगा, जिससे वे एक नई शुरुआत कर सकें और समाज में सम्मानपूर्वक जीवन व्यतीत करें। सत्यप्रकाश(ईएमएस)11 जुलाई 2025