- पिच और भारतीय गेंदबाजी को बताया रक्षात्मक रणनीति की वजह लंदन (ईएमएस)। भारत के खिलाफ तीसरे टेस्ट के पहले दिन इंग्लैंड की अपेक्षाकृत धीमी और सतर्क बल्लेबाजी को लेकर उठे सवालों के बीच बल्लेबाज ओली पोप ने अपनी टीम की रणनीति का बचाव किया है। गुरुवार को इंग्लैंड ने पहले दिन का खेल समाप्त होने तक चार विकेट पर 251 रन बनाए। हाल के वर्षों में इंग्लैंड ने जिस आक्रामक ‘बैजबॉल’ शैली को अपनाया है, उसके उलट यह पारी काफी संयमित दिखी। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पोप ने कहा कि पिच की प्रकृति और भारतीय गेंदबाजों की कसी हुई गेंदबाजी को देखते हुए आक्रामक रुख अपनाना आसान नहीं था। पोप ने साफ कहा, यह ऐसी पिच नहीं है जिस पर आप खुलकर खेल सकें। भारतीय गेंदबाजों ने अपनी लेंथ बहुत अच्छी रखी और रन बनाना मुश्किल कर दिया। उन्होंने खास तौर पर तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की वापसी का जिक्र किया जिन्होंने 35 रन देकर एक विकेट लिया। वहीं नितीश कुमार रेड्डी ने 46 रन देकर दो अहम विकेट हासिल किए और पहले दिन भारत के सबसे सफल गेंदबाज रहे। हालांकि भारतीय तेज गेंदबाज आकाशदीप और मोहम्मद सिराज को विकेट नहीं मिला लेकिन दोनों ने बेहद किफायती गेंदबाजी कर रन प्रवाह पर लगाम लगाई। इसी दबाव का असर इंग्लैंड के बल्लेबाजों की रन गति पर साफ दिखा। पोप खुद भी रवींद्र जडेजा की गेंद पर आउट होने से पहले 104 गेंदों में 44 रन ही बना सके। उन्होंने अपनी पारी को लेकर कहा, जरूरी नहीं कि हम हमेशा पहले जैसी ही आक्रामक पारी खेलें। हमें परिस्थितियों के अनुसार रणनीति बनानी होती है। पिच की हालत देखते हुए हमने यही सही समझा। भारतीय गेंदबाजों ने भी शानदार गेंदबाजी की, जिससे हमें अपने शॉट चयन को लेकर सतर्क रहना पड़ा। अपनी बल्लेबाजी की योजना के बारे में पोप ने कहा कि लंबी साझेदारी बनाना और पारी को आगे ले जाना उनकी प्राथमिकता थी। उन्होंने कहा, यह कुछ ऐसा है जिसे हम एक टीम के रूप में लगातार बेहतर बनाने की कोशिश कर रहे हैं। भारत जैसी टीम के खिलाफ यह और भी चुनौतीपूर्ण हो जाता है क्योंकि वे हमेशा कड़ी चुनौती पेश करते हैं। ऐसे में हमें परिस्थितियों के अनुरूप खुद को ढालना ही होगा। पोप के इस बयान से साफ है कि इंग्लैंड ने पहले दिन की सतर्क बल्लेबाजी को महज धीमापन नहीं, बल्कि परिस्थितियों और विपक्षी गेंदबाजी के लिहाज से रणनीति का हिस्सा माना। डेविड/ईएमएस 12 जुलाई 2025