मंडी(ईएमएस)। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर मंडी के तलबाड़ा पहुंचे। जहां एक मासूम को गोदी में उठाकर खूब दुलार किया। इस मौके पर जयराम ठाकुर ने निकिता को अपनी ओर से एक उपहार भी भेंट किया। सोशल मीड़िया पर मार्मिक पोस्ट में लिखा– मासूम ने अभी माँ बोलना भी नहीं सीखा, लेकिन इसकी माँ अब इस दुनिया में नहीं रही। वो अब कभी अपने पिता की उंगली पकड़कर चलना नहीं सीखेगी, क्योंकि उसके पिता भी इस त्रासदी में हमेशा के लिए चले गए। दरअसल हिमाचल प्रदेश में 30 जून की रात मंडी जिला के सराज में आई बाढ़ में निकिता के माता पिता और दादी हमेशा हमेशा के लिए चले गए। आपदा के कारण मासूम के माता-पिता की असामयिक मृत्यु होने के बाद इसकी बुआ देखभाल कर रहीं हैं। आज इस मासूम से मिलकर दिल टूट सा गया है। बेटी की मासूम मुस्कान जैसे अंदर से वेदना को बयां कर रही हो, शायद बेटी को माँ का इंतजार हो। मन के भीतर से अपने माता-पिता को ढूंढ रही हो लेकिन अब वो कभी नहीं आएंगे जिससे बिटिया अनजान है। गोद में खिलखिलाती इस बच्ची को देखकर बाहर से सब कुछ सामान्य लग सकता है, लेकिन भीतर एक ऐसा सूनापन है, जो शब्दों से परे है। ये हमारे सराज की बेटी है, हम सभी इस मासूम को किसी भी बात की कमी नहीं रखेंगे। बता दें कि सराज क्षेत्र में आयी भयंकर बाढ़ में 10 माह की यह गुडिया नितिका अनाथ हो गई है। नितिका के पिता नरेश कुमार, दादी पुरणु देवी और माता राधा 30 जून की रात को घर के पीछे नाले में आयी बाढ़ में बहकर अकाल मौत का ग्रास बन गए हैं। जिनमें से अभी तक नरेश कुमार का ही शव बरामद हो पाया है। यह तीनों नाले का बहाव घर से दूसरी ओर मोड़ने का प्रयास कर रहे थे और अचानक फ्लड़ आने के कारण उसमें बह गए। उस समय 10 माह की निकिता रसोईघर में सो रही थी, सुबह लोगों ने बिटिया को रसोईघर में पड़े देखा और वहाँ से सुरक्षित निकाला। निकिता का घर पूरी तरह से सुरिक्षत है और वह फिलहाल अपनी बुआ के पास रह रही है। यह परिवार पूर्व सीएम जयराम ठाकुर के पीएसओ रहे बलवंत ठाकुर के परिवार में से एक है। उनका कहना है कि कई लोग गुड़िया को गोद लेने का आग्रह कर रहे हैं। लेकिन निकिता की बुआ और उनके अन्य रिश्तेदारों स्वयं ही उसकी देखभाल करना चाहते हैं। वीरेंद्र/ईएमएस/12जुलाई2025 ----------------------------------