क्षेत्रीय
14-Jul-2025


कंपनी के बाहर 4 घंटे चला विरोध प्रदर्शन, सांठगांठ के चलते अधिकारी नहीं करते कार्यवाहीं सौंसर (ईएमएस)। औद्योगिक क्षेत्र की कंपनियों से निकलने वाले दूर्षित पानी व गंदी बदबू से रहवासियों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लम्बे समय से क्षेत्र वासी इस समस्या के लिए शिकायत कर रहे है लेकिन कोई इस ओर ध्यान नहीं दे रहा था। इस वजह से सोमवार को क्षेत्र की महिलाओं का गुस्सा कंपनी पर फूट पड़ा। महिलाओं ने कंपनियों से निकलने वाले केमिकल युक्त पानी, गंदी बदबू को लेकर लगभग 4 घंटे तक औद्योगिक इकाई गुलशन पॉलीमर्स कंपनी के गेट के सामने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। इस बीच महिलाओं विवाद की स्थिति भी निर्मित हुई। मिली जानकारी के अनुसार विरोध प्रदर्शन के दौरान ग्राम कबर पिपला,सावंगा, ब्राम्हण पिपला,तिनखेड़ा आदि ग्रामों के ग्रामीणों एवं महिलाओं के द्वारा औद्योगिक इकाइयों द्वारा छोड़े जा रहे दूषित पानी,कंपनियों की दुर्गंध की समस्या से निजात दिलाने सौसर प्रशासन के साथ कंपनी प्रबंधन को भी आड़े हाथों लिया है। सौंसर तहसीलदार भावना मलगाम की उपस्थिति में धरना प्रदर्शन में कंपनी प्रमुखों द्वारा पानी फिल्टर प्लांट स्थापित करने और नाले में प्रदूषित पानी नही छोडऩे का आश्वासन देने के बाद धरना आंदोलन समाप्त हुआ है। आंदोलन के दौरान रेशमा बागड़े, रामशिला सूर्यवंशी, छाया चंदनकर,आदि ने एक सुर में कहा कि अगर 7 से 8 दिनों के भीतर कंपनियों द्वारा पुन: नाले में प्रदूषित पानी छोड़ा जाता है, तो हम सब नाले को बंद कर रेमंड चौक पर नेशनल हाईवे जाम करेंगे। समाधान नही हुआ तो नेशनल हाईवे करेंगे जाम. बोरगाव की औद्योगिक इकाइयों से सालों से निकल रहे केमिकल युक्त दूषित पानी गंदी बदबू और परेशानी को लेकर सैकड़ो बार ग्रामीणों द्वारा सौंसर से लेकर भोपाल विधानसभा तक आवाज उठाई गई है, बावजूद इसके प्रशासन के द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। 31 जनवरी को विधायक विजय चौरे ने ग्रामीणों के साथ में रेमंड चौक में धरना प्रदर्शन और सौंसर तहसील कार्यालय का घेराव भी किया गया था। तब भी हालात जस की तस है। एथेनॉल की कंपनियो पर प्रशासन करे कार्यवाही.. इस दौरान विधायक विजय चौरे ने कहा कि बोरगाव की एथेनॉल की कंपनियां नदी नालों में जहर घोल रही हैं। इससे सभी लोग परेशान है। बोरगाव क्षेत्र में शाम के 5 बजे के बाद महिलाएं बच्चे खाना नही खा सकते हैं, इतनी भयानक बदबू आती है। कंपनियों द्वारा छोड़े जा रहे केमिकल युक्त दुषित पानी से इतनी दुर्गंध आती है कि लोगों को सांस की बीमारियां हो रही है। आंदोलन में पूर्व कृषि उपज मंडी अध्यक्ष युवराज जिचकार, विमल चौधरी कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष डॉ. राजेंद्र येमदे, सरपंच बोरगाव पंकज दातारकर, उपसरपंच घनश्याम कालबांडे, नीलीमा पाटिल, कामगार नेता शिवमोहन शर्मा, गणेश चौरे,योगेश जिचकार रमेश कडक़, हर्षल पिंघले, गुलशन गजभिए,अभी रगारे, अक्षय जामगड़े,आदि थे। स्वास्थ्य पर पड़ रहा बुरा असर जनपद पंचायत सदस्य विल्सन मैन्युअल ने बताया कि गुलशन पॉलीमर्स कंपनी ने जिम्मेदार अधिकारियों से जमकर सेटिंग कर ली है। जिसके चलते अधिकारी कंपनी की इस मनमानी की ओर ध्यान नहीं दे रहे हे। ग्रामीणों द्वारा लम्बे समय से शिकायत की जा रही है। लेकिन हर बार शिकायते अनसुनी कर दी जाती है। गुलशन पॉलीमर्स कंपनी से निकलने वाले दूषित केमिकल युक्त पानी से ग्रामीण क्षेत्रों में पशु, जानवर, मछलियां मर रही है। बच्चों महिलाओं एवं बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। ईएमएस/मोहने/ 14 जुलाई 2025