मॉस्को,(ईएमएस)। रूस में वोदका का उत्पादन घट रहा है जबकि शराब की खपत बढ़ गई है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक इस साल की पहली छमाही में रूस में स्पिरिट का उत्पादन 16 फीसदी घटने की संभावना जताई है। रूस की संघीय शराब बाजार रेगुलेशन सर्विस के मुताबिक वोदका का उत्पादन पिछले साल की इस अवधि की तुलना में 10.9 फीसदी गिरा है। 2024 में जहां 33.40 मिलियन डेकालिटर उत्पादन हुआ था, वहीं 2025 की पहली छमाही में यह घटकर 31.38 मिलियन डेकालिटर रह जाने का अनुमान है। इतिहास में 1990 के दशक में रूस में वोदका को कुछ समय के लिए वस्तु विनिमय में मुद्रा के रूप में भी इस्तेमाल किया था। ‘वोदका’ शब्द रूसी ‘वोडा’ यानी पानी से निकला है और माना जाता है कि 8वीं–9वीं सदी से रूस और पोलैंड में इसका उत्पादन हो रहा है। इसकी उत्पत्ति को लेकर दोनों देशों में अपने-अपने दावे करते हैं, लेकिन इसमें कोई शक नहीं कि यह रूस की सांस्कृतिक धरोहर का अहम हिस्सा है। रूसी नागरिक अब पहले से ज्यादा शराब पी रहे हैं। 2024 में पिछले आठ साल की तुलना में शराब की खपत बढ़ी है। रूसी लोग अब रम, व्हिस्की, ब्रांडी और टकीला जैसी अन्य स्ट्रॉन्ग ड्रिंक्स भी पसंद कर रहे हैं। फाइनेंशियल ऑडिट फर्म फिनएक्सपर्टिसा के मुताबिक इन ड्रिंक्स की प्रति व्यक्ति खपत 10.2 फीसदी बढ़कर 3.2 लीटर प्रति वर्ष हो गई है, जो कुछ इलाकों में वोदका की खपत से ज्यादा है। इसके बावजूद वोदका अब भी 60 फीसदी हिस्सेदारी के साथ रूस में सबसे ज्यादा बिकने वाली शराब है। वोदका उत्पादन घटने की बड़ी वजह यूक्रेन युद्ध है। इस युद्ध के चलते यूरोपीय संघ और अमेरिका ने रूसी शराब के निर्यात पर बैन लगा दिया है। इसके कारण रूस के वोदका उत्पादकों की कमाई में गिरावट आई। बता दें 2021 में रूस ने वोदका निर्यात से 168.3 मिलियन डॉलर कमाए थे, जबकि 2024 में यह घटकर सिर्फ 34.6 मिलियन डॉलर रह गया। रूस ने चीन, तुर्की, भारत और वियतनाम जैसे बाजारों में बिक्री बढ़ाने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। उत्पादन में गिरावट की एक और वजह रूस में शराब की बढ़ती कीमतें हैं। 2024 में रूसी वित्त मंत्रालय ने आधा लीटर वोदका की न्यूनतम कीमत 2.99 डॉलर से बढ़ाकर 3.49 डॉलर कर दी है। फिलहाल कजाकिस्तान रूस निर्मित वोदका का सबसे बड़ा खरीदार है, जहां रूस के कुल वोदका निर्यात का 92 फीसदी हिस्सा जाता है। यूरोप और अमेरिका के प्रतिबंधों ने रूस के वोदका उद्योग को गहरी चुनौती दी है, जिससे उत्पादन घटा लेकिन देश के अंदर अन्य शराबों के साथ इसकी खपत बढ़ती जा रही है। सिराज/ईएमएस 15 जुलाई 2025