राज्य
15-Jul-2025


* मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के निर्देश पर राज्य में सड़कों और पुलों की मरम्मत का अभियान जोर-शोर से जारी अहमदाबाद (ईएमएस)| मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के निर्देशन में राज्य में सड़कों और पुलों की मरम्मत का अभियान जोरों पर चल रहा है। साथ ही, राज्य सरकार पूर्व में हुए मुजपुर-गंभीरा पुल हादसे जैसी पुल दुर्घटनाओं को भविष्य में होने से रोकने के लिए एक्शन मोड में काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को आदेश दिया है कि राज्य में जहां भी सड़कों और पुलों का खराब प्रदर्शन देखा जाए, वहां ठेकेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। उक्त कार्य के अंतर्गत जामनगर महानगरपालिका क्षेत्र में शहर की तीन मुख्य सीसी सड़कों (1) कामदार कॉलोनी मुख्य सड़क (2) जनता फाटक से एम्यूजमेंट पार्क होते हुए 1404 आवास तक की सड़क तथा (3) एम्यूजमेंट पार्क से सत्यम कॉलोनी तक की सड़क पर डामर री-कारपेटिंग का कार्य किया गया। इन सभी सड़कों की री-कार्पेटिंग का काम मई 2022 में पूरा होना था। इस वर्ष उपरोक्त सड़कों में खामियाँ और क्षति देखी गई है। इसे ध्यान में रखते हुए नगर निगम ने निविदा की शर्तों के अनुसार ठेकेदार को नोटिस जारी किया था। चूँकि सड़क अभी भी दोष दायित्व अवधि में है, इसलिए इसकी सीधी ज़िम्मेदारी ठेकेदार की है। इसलिए, सड़क को होने वाले किसी भी नुकसान की मरम्मत ठेकेदार को अपने खर्चे पर करनी होगी। इस प्रकार, निविदा अनुबंध के निविदा खंड संख्या 3 और 17 के अनुसार, कुल 1520 वर्ग मीटर सड़क की पुनः सतह क्षतिग्रस्त हो गई थी और दोष दायित्व खंड के अनुसार ठेकेदार द्वारा इसकी मरम्मत और पुनर्निर्माण किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, भावनगर शहर में भावनगर नगर निगम के अंतर्गत राम मंत्र मंदिर से दिलबहार जल टैंक तक बिटुमिनस पेवर के कार्य हेतु ओम कंस्ट्रक्शन नामक एजेंसी को कार्यादेश दिया गया। कंपनी द्वारा यह कार्य 01 जनवरी 2022 को पूरा किया गया। लेकिन कुछ समय बाद, जब इस काम में एक खामी पाई गई, तो ओम कंस्ट्रक्शन के खर्चे पर उस खराब हिस्से पर दोबारा कार्पेट बिछाया गया। इसके अलावा, जूनागढ़ नगर निगम ने भी इसी तरह का सक्रिय काम किया। मानसून के कारण जूनागढ़ शहर के वार्ड क्रमांक 1 से 15 तक कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं। शहर के वार्ड क्रमांक 1 से 15 में विभिन्न अनुदानों के तहत सड़क निर्माण कार्य स्वीकृत किए गए थे और ये काम अभी गारंटी पीरियड में थे और सड़क क्षतिग्रस्त थी। ठेकेदार ने सड़क के कुछ हिस्सों को क्षतिग्रस्त छोड़ दिया था, और सड़क की पूरी चौड़ाई में पैच-रीसर्फेसिंग भी नहीं की गई थी। इसके अलावा, पूरी सतह पर पैचिंग के बाद डामर पेंटिंग, थर्मोप्लास्टिक आदि का काम अभी तक शुरू नहीं हुआ था। इस सड़क की मरम्मत का काम भी समय सीमा के भीतर पूरा नहीं हुआ। घटना की जानकारी मिलने पर, जूनागढ़ नगर निगम ने तीनों ठेकेदारों को नोटिस जारी किया और उन्हें उस स्थान पर वार्ड से जुड़े इंजीनियर के निर्देशानुसार और उनके समन्वय में समय सीमा के भीतर काम पूरा करने का निर्देश दिया। इसलिए, अंबर बिल्डर से क्षतिग्रस्त राजकोट रोड के 500 वर्ग मीटर हिस्से पर रीसर्फेसिंग की गई। श्रम श्रद्धा कंस्ट्रक्शन से क्षतिग्रस्त 4300 वर्ग मीटर हिस्से पर रीसर्फेसिंग की गई। सर्जन कंस्ट्रक्शन के पास मीरानगर मुख्य मार्ग के क्षतिग्रस्त लगभग 480 वर्ग मीटर हिस्से को तोड़कर नई सीसी सड़क का निर्माण किया गया। इसके अतिरिक्त नगर निगम द्वारा शहर में कराए जा रहे भूमिगत जल निकासी कार्य के तहत मानसून सीजन से पहले नई सड़कें नहीं खोदी जानी चाहिए तथा मानसून सीजन से पहले खोदी गई सड़कों की मरम्मत, आवश्यकतानुसार सामग्री का उपयोग करके पानी देना और पीसी स्नेहल कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड को नगर निगम, जूनागढ़ द्वारा रोलिंग के लिए नोटिस भेजा गया था। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने राज्य की नगर पालिकाओं और नगर पालिकाओं तथा जिलों के जिला प्रशासन प्रमुखों और नगर आयुक्तों को सड़कों और अन्य पुलों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जनहित में सड़कों और अन्य पुलों का तत्काल और गहन निरीक्षण करने के भी निर्देश दिए। सतीश/15 जुलाई