अंतर्राष्ट्रीय
16-Jul-2025
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इस्लामाबाद (ईएमएस)। आतंकियों का पालन पोषण करने में पाकिस्तान माहिर है। दूसरे देशों में दहशत फैलाता है और निर्दोषों की हत्या कराता है। अब पाकिस्तान खुद संकटों में घिर गया है। टीटीपी हो या बलूच विद्रोही, पाकिस्तानी फौज की नाक में दम कर रखा है। कोई दिन ऐसा नहीं गुजरता कि जब किसी हमले की खबर ना आए और पाकिस्तान में कोई जनाजा ना उठे। टीटीपी ने जनवरी से लेकर अब तक के अटैक की लिस्ट जारी की है। इसमें दावा किया गया है कि अब तक पाकिस्तानी सुरक्षाबलों पर 1377 हमलों को अंजाम दिया गया है। इन हमलों में 832 पाकिस्तानी सुरक्षाबलों के मारे जाने का दावा भी किया गया है। इन हमलों में 1108 लोग घायल हुए और 57 को अगवा किया गया है। टीटीपी ने खैबर फख्तूख्वा से बाहर निकलते हुए पाक फौज पर बलूचिस्तान में भी 27 हमलों को अंजाम दिया है। टीटीपी ने अपने आंकड़े जारी किए तो बलूचिस्तान होम डिपार्टमेंट की तरफ से भी पहले 6 महीने के आतंकी हमलों के आंकड़े जारी किए। इसमें साफ कहा गया है कि हमलों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक 1 जनवरी से 11 जुलाई तक के आंकड़ों के बीच कुल 501 हमलों को अंजाम दिया गया। इसमें 257 की मौत और 492 के घायल हुए है। ज्यादातर हमले पाकिस्तानी सुरक्षाबलों पर किए गए कुल 501 में 332 प्राइमरी टार्गेट रहे। इन हमलों में 133 सुरक्षाकर्मी की मौत और 338 के घायल होने का दावा बलूच विद्रोहियों ने किया। इन हमलों को अंजाम देने के लिए घात लगाकर हमला, रिमोट कंट्रोल बॉम्बिंग और ग्रेनेड अटैक का इस्तेमाल किया गया। इसके अलावा होम डिपार्टमेंट ने बलूच विद्रोहियों द्वारा गैर स्थानीय लोगों पर हमले के आंकड़े भी जारी किए। इसमें बताया गया कि पिछले साल इस वक्त तक के आंकड़ों के मुकाबले इस साल 100 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। पिछले साल 22 गैर बलूची को बलूच विद्रोहियों ने मारा था, जो इस साल अब तक 52 है। वीरेंद्र/ईएमएस 16 जुलाई 2025