व्यापार
16-Jul-2025


नई दिल्ली (ईएमएस)। सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी एमटीएनएल ने सात सरकारी बैंकों से लिए गए 8,585 करोड़ रुपये के कर्ज का भुगतान नहीं किया है। कंपनी ने यह जानकारी शेयर बाजार को दी। घाटे में चल रही एमटीएनएल के कुल कर्ज का आंकड़ा 30 जून, 2025 तक 34,484 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। इसमें बैंक ऋण के रूप में 8,585 करोड़ रुपये और सरकारी गारंटी वाले बॉन्ड के रूप में 24,071 करोड़ रुपये शामिल हैं। ऋण चूक में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया सबसे बड़ा कर्जदाता है, जिससे एमटीएनएल ने 3,733.22 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया। इसके बाद इंडियन ओवरसीज बैंक का 2,434.13 करोड़ रुपये, बैंक ऑफ इंडिया का 1,121.09 करोड़ रुपये, पंजाब नेशनल बैंक का 474.66 करोड़ रुपये, भारतीय स्टेट बैंक का 363.43 करोड़ रुपये, यूको बैंक का 273.58 करोड़ रुपये और पंजाब एंड सिंध बैंक का 184.82 करोड़ रुपये का कर्ज शामिल है। यह राशि मूलधन और ब्याज दोनों का भुगतान शामिल है। कंपनी ने बताया कि यह कर्ज भुगतान अगस्त, 2024 से फरवरी, 2025 के बीच चूक गया है। इससे पहले एमटीएनएल ने 31 मार्च, 2025 को 8,346.24 करोड़ रुपये की कर्ज चूक की सूचना दी थी। एमटीएनएल की यह वित्तीय स्थिति उसकी बढ़ती कर्ज समस्या को दर्शाती है और कंपनी के संचालन पर गंभीर प्रभाव डाल सकती है। सतीश मोरे/16जुलाई ---