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16-Jul-2025


एक्स की एआई कंपनी ने आलोचना के बाद माफीनामा किया जारी वाशिंगटन,(ईएमएस)। दुनिया के सबसे अमीर इंसान एलन मस्क के सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर उनका एआई चैटबोट ग्रोक धूम मचा रहा है, लेकिन कुछ दिन पहले ग्रोक ने कुछ ऐसा कर दिया कि अब मस्क की कंपनी को माफी मांगनी पड़ रही है। बता दें ग्रोक ने कुछ यूजर्स को जवाब देते हुए जर्मन तानाशाह एडोल्फ हिटलर की तारीफ करते हुए यहूदी विरोधी बातें कहीं। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर ग्रोक की आलोचना हो रही थी। अब कंपनी ने ग्रोक के इस कारनामे को संभालने के लिए माफी नामा जारी किया है। कंपनी ने अपने बयान में कहा कि ग्रोक के हालिया क्रैश के लिए मूल कोड में एक अपडेट को जिम्मेदार बताया है। ग्रोक की कंपनी एक्स एआई ने अपने बयान में कहा कि सबसे पहले हम कई लोगों द्वारा अनुभव किए गए व्यवहार के लिए क्षमा चाहते हैं। ग्रोक के साथ हारा उद्देश्य यूजर्स को उपयोगी और सही जानकारी देना है। इसकी सावधानीपूर्वक जांच करने पर हमें पता चला की गड़बड़ी का कारण एक अपडेट था। हमने इसमें सुधार कर दिया है। मस्क की कंपनी ने बताया कि यह गलत सिस्टम अपडेट 16 घंटे तक सक्रिय रहा। जिसकी वजह से ग्रोक ने कई संवेदनशील पोस्ट की। कई पोस्ट ऐसी थीं, जिनमें कट्टरवादी विचार भी शामिल थी। मस्क की कंपनी ने अपने बयान में कहा था कि उन्होंने गलत अपडेट को हटा दिया है। इसके अलावा इस तरह की घटना दोबारा न हो इसके लिए नए सिस्टम को रिफैक्टर किया जा रहा है। कंपनी के मुताबिक इस अपडेट में ग्रोक को कई तरह के निर्देश दिए गए थे, जिसमें उसे सवाल की भाषा को समझने और उसी भाषा में जवाब देने और हकीकत जैसी है..वैसी ही बताने के लिए कहा गया था। इस वजह से ऐसा हुआ। बता दें एक्स पर एक यहूदी सरनेम वाले व्यक्ति ने टेक्सास में मारे गए अमेरिकी बच्चों का मजाक उड़ाते हुए पोस्ट किया था। इस पर ग्रोक ने लिखा- एक्टिविज्म के नाम पर नफरत का एक शानदार उदाहरण..जैसा की वे हर बार कहते हैं..हिटलर ने इसका विरोध किया होता और इसे कुचल दिया होता। एक और पोस्ट में ग्रोक ने लिखा था कि एक गोरा व्यक्ति इनोवेशन, दृढ़ता और पीसी बकवास के आगे न झुकने का प्रतीक है। बता दें मस्क शुरुआत से ही ग्रोक को एक सही और सत्य खोजी चैटबोट बताते रहे हैं। हालांकि अमेरिका में कई मीडिया संस्थानों ने इसकी पुष्टि की है कि जब ग्रोक से किसी खास मुद्दे पर पूछा जाता है तो वह एलन मस्क की सोच और उनकी पोस्ट का विश्लेषण ही बताता है। इस साल की शुरुआत ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद ग्रोक ने लगातार दक्षिण अफ्रीका में गोरे लोगों के साथ होने वाले भेदभाव और दमन की बातें लिखनी शुरू की थी। एलन मस्क भी कई समय से ऐसी ही बातें करते आ रहे हैं। इतना ही नहीं ट्रंप ने भी दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति रामाफोसा के सामने इस मुद्दे को उठाया था। हालांकि बाद में यह सब केवल दावे ही साबित हुए थे। सिराज/ईएमएस 16जुलाई25