राष्ट्रीय
16-Jul-2025


नई दिल्ली (ईएमएस)। भीम आर्मी प्रमुख और नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने उत्तर प्रदेश में कावड़ यात्रा के दौरान कविता पाठ करने वाले शिक्षक के खिलाफ दर्ज एफआईआर पर अपनी प्रतिक्रिया दी। नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि हम लोग तो संविधान मानने वाले लोग हैं। संविधान का जो मौलिक कर्तव्य है, आर्टिकल 51 ए। उसमें हर एक आदमी को बताया गया है कि वह विज्ञान वादी सोच डेवलप करें। अंधविश्वास और पाखंडवाद से लोगों को निकाले। अध्यापक का कविता हमने सुनी। उन्होंने मानवतावादी बनने की लोगों से अपील की थी। वह भी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े हुए हैं। लेकिन उन्होंने मानवता की बात की है तो सरकार ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी। चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि कावड़ में जिस तरह का हुड़दंग चल रहा है, कांवड़ियों को बदनाम कर रहे हैं। जिनको खुली छूट दे दी गई है, वह हिंदू हो या मुसलमान उनको गाड़ियां तोड़नी है। महिलाओं और बच्चों में आतंक का माहौल बना दिया है। नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि किसी को हुड़दंग करने की छूट कैसे मिल सकती है। कोई भी किसी पार्टी या किसी धर्म का हो, क्या कोई धर्म की आड़ में कोई कृत्य कर दे। उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं होनी चाहिए। गाड़ी कैसे आती है, कोई लोन लेकर खरीदना है और वह अपनी जिंदगीभर की पूंजी लगाता है। क्या कावड़ यात्रा के दौरान कोई भी आदमी अपने परिवार से निकलकर किसी दूसरे जगह नहीं जाएगा। लोगों के दुकान बंद कर दी गई है और व्यापार चौपट हो गया है। कहीं चाय की तो कहीं फल की मुसलमान को तो खास तौर पर टारगेट किया गया है। सुबोध\१६\०७\२०२५