लंदन (ईएमएस)। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने कहा है कि अगर विकेटकीपर बल्लेबाज और उपकप्तान ऋषभ पंत पूरी तरह से फिट होते हैं तो ही मैनचेस्टर टेस्ट में उतरें। शास्त्री के अनुसार अगर वह पूरी तरह से फिट नहीं होते हैं और विकेटीपिंग नहीं कर सकते तो उन्हें बल्लेबाज के तौर पर भी नहीं खेलना चाहिये। ऋषभ तीसरे टेस्ट में चोटिल हो गये थे और ऐसे में उनके चौथे टेस्ट में खेलने को लेकर आशंकाएं लगायी जा रही हैं। शास्त्री के अनुसार उप-कप्तान को तब तक एक बल्लेबाज के रूप में नहीं खेलना चाहिए, जब तक कि वह विकेटकीपर के मौर पर न खेल पायें। तीसरे टेस्ट में ऋषभ को विकेटकीपिंग के दौरान बांए हाथ की उंगली में चोट लगी थी, जिसके बाद वह मैदान से बाहर चले गए थे। इसी कारण वह मैच में बचे हुए समय में विकेटकीपिंग नहीं कर पाए। उनकी अनुपस्थिति में विकेटकीपर ध्रुव जुरेल ने विकेटकीपिंग की थी। इसी को लेकर शास्त्री ने कहा, मुझे नहीं लगता कि अगर पंत विकेटकीपिंग नहीं कर सकते तो उन्हें विशेषज्ञ बल्लेबाज के तौर पर भी मैदान में उतरना चाहिए, क्योंकि तब उन्हें क्षेत्ररक्षण करना होगा, और अगर वह क्षेत्ररक्षण करते हैं, तो गेंद लगने से उनकी चोट और खराब हो जाएगी। विेकेटकीपिंग के दौरान दस्तानों के साथ कम से कम कुछ सुरक्षा तो मिलती है। बिना दस्तानों के, अगर उन्हें कोई ऐसी चीज लग जाती है तो इससे उनकी चोट और बिगड़ जाएगी।शास्त्री ने कहा कि जब आप अगले टेस्ट के लिए टीम चुनेंगे, तो उन्हें विकेटकीपिंग और बल्लेबाजी दोनों करनी होंगी। वह दोनों में से एक नहीं कर सकते। बेहतर होगा कि वह पूरी तरह से फिट हों। वहीं कप्तान शुभमन गिल ने कहा था कि पंत खेलने के लिए फिट होंगे। वहीं टीम के अभ्यास सत्र के दौरान, सहायक कोच रयान टेन डोशेट ने कहा था कि टीम इस विकेटकीपर बल्लेबाज को पूरी तरह से फिट होने और ठीक होने के लिए पर्याप्त समय देगी। गिरजा/ईएमएस 19जुलाई 2025