-पीएम मोदी ने की सीएम धामी से बात, हरसंभव मदद का दिया आश्वासन नई दिल्ली,(ईएमएस)। उत्तरकाशी के धराली क्षेत्र में बादल फटने के बाद, भारतीय सेना ने बचाव और राहत कार्य तेज कर दिए हैं और प्रभावित लोगों की मदद के लिए जमीनी और हवाई स्तरों से राहत पहुंचाई जा रही है। उत्तराखंड में मौसम विभाग ने पांच जनपदों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इनमें देहरादून, नैनीताल, चंपावत, उधमसिंहनगर एवं बागेश्वर में भारी बारिश हो सकती है, जिसके मद्देनजर नौ जनपदों में छुट्टी का आदेश दिया गया है। सेना के सेंट्रल कमांड ने अपने ‘एक्स’ पर जानकारी देते हुए बताया कि कर्नल हर्षवर्धन, जो 14 राजराइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर हैं, 5 अगस्त की सुबह से ही 150 जवानों की टीम के साथ राहत कार्य की अगुवाई कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि बचे हुए लोगों को सुरक्षित निकालने के प्रयास जारी हैं। मीडिया रिपोर्ट में सेना ने पुष्टि की कि हर्षिल में संसाधनों की पूर्ति के लिए सेना के ट्रैकर डॉग, ड्रोन, लॉजिस्टिक ड्रोन, अर्थमूविंग उपकरण आदि के साथ अतिरिक्त सैन्य टुकड़ियां आगे बढ़ाई गई हैं ताकि प्रयासों में तेजी लाई जा सके। जरुरी आपूर्ति पहुंचाने चिकित्सा सहायता और फंसे हुए निवासियों को निकालने के लिए सेना और वायु सेना के हेलीकॉप्टरों को तैनात किया गया है। सेना की पोस्ट में कहा है कि इस बीच लगातार बारिश से बढ़ते जलस्तर को देखते हुए निवासियों को ऊंचे इलाकों में ले जाया गया है। पीएम मोदी ने उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी से उत्तरकाशी के मौजूदा हालातों की जानकारी ली। बता दें देवभूमि उत्तरकाशी के धराली क्षेत्र में मंगलवार को प्राकृतिक आपदा से भारी तबाही हुई। इस गंभीर स्थिति में पीएम मोदी ने उत्तराखंड सरकार को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है। पीएम मोदी ने बुधवार सुबह उत्तराखंड के सीएम धामी से फोन पर बात की। इस दौरान धामी ने पीएम मोदी को लगातार हो रही भारी बारिश के कारण आ रहीं कठिनाइयों के बारे में बताया। सीएम ने बताया कि राज्य सरकार राहत और बचाव कार्यों में पूरी तत्परता के साथ जुटी है। सभी संबंधित एजेंसियां समन्वय के साथ कार्य कर रही हैं, ताकि प्रभावित लोगों को त्वरित सहायता मिल सके लगातार बारिश के कारण उत्तरकाशी जिले में अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन के चलते प्रशासन हाई अलर्ट पर है। मौसम विभाग ने बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। इसी कारण सभी सरकारी व निजी स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों को बंद कर दिया है। प्रशासन की ओर से लाउडस्पीकरों से लोगों को चेतावनी दी जा रही है कि जो लोग नदी किनारे या निचले इलाकों में रह रहे हैं, वे तुरंत सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं। मंगलवार को बादल फटने की घटना में कम से कम चार लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है और कई लोग अभी भी लापता हैं। बता दें धराली गांव में आई तबाही ने सबकुछ खत्म कर दिया है। यह तबाही बादल फटने की वजह से आई है। इसमें अभी तक चार लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 130 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। मलबे में अभी भी कई लोग दबे हुए हैं, जिनकी खोजबीन चल रही है। रेस्क्यू ऑपरेशन में 2 चिनूक, 2 सग-17 हेलिकॉप्टर, 2 चीता हेलिकॉप्टर, 1 एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर को उतारा गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी सीएम धामी से बात की और प्रभावित लोगों की सहायता के लिए सात बचाव दल भेजने का आदेश दिया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर काम कर रही हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि एडीआरएफ ने उत्तराखंड में बादल फटने की घटना में मारे गए लोगों का पता लगाने में मदद के लिए शव खोजी कुत्तों की टीम तैनात करने का फैसला किया है। इन कुत्तों के एक जोड़े को दिल्ली से हवाई मार्ग से लाया जाएगा। उत्तरकाशी के जिलाधिकारी ने बताया कि शुरुआती जानकारी के मुताबिक घटना में चार लोगों की मृत्यु हुई है। लापता लोगों की संख्या के बारे में आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं मिली है लेकिन स्थानीय लोगों का मानना है कि यह संख्या 50 से ज्यादा हो सकती है, क्योंकि बाढ़ के पानी के तेज बहाव के कारण लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने का मौका ही नहीं मिला। मौसम विभाग ने नैनीताल, चंपावत, उधम सिंह नगर, बागेश्वर, पौड़ी, टिहरी, हरिद्वार और देहरादून समेत सात जिलों में भारी बारिश का ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है। उत्तराखंड के प्रमुख सचिव ने बताया कि 40 से 50 इमारतें क्षतिग्रस्त हुई हैं। उन्होंने बताया कि खराब मौसम के कारण हेलीकॉप्टर की सेवाएं भी नहीं ली जा सकीं। स्थानीय लोगों ने बताया कि धराली बाजार का एक बड़ा हिस्सा आपदा में तबाह हो गया है। सिराज/ईएमएस 06अगस्त25